Ambedkar Row: चंडीगढ़ नगर निगम में संविधान निर्माता डॉ. बीआर आंबेडकर को लेकर मंगलवार (24 दिसंबर) को भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के पार्षदों के बीच हाथापाई हो गई। निगम की बैठक के दौरान एक प्रस्ताव को लेकर डॉ. भीमराव आंबेडकर के विषय पर कांग्रेस और बीजेपी के पार्षद बच्चों की तरह लड़ने लगे। यह घटनाक्रम चंडीगढ़ नगर निगम की आम सभा की बैठक के दौरान तब हुआ, जब कांग्रेस और AAP पार्षदों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया। कांग्रेस और आप नेताओं ने शाह के इस्तीफे की मांग की। कांग्रेस अमित शाह की टिप्पणी के खिलाफ इन दिनों कई कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। वह इस सप्ताह को 'आंबेडकर सम्मान सप्ताह' के रूप में मना रही है।
बीजेपी पार्षदों ने कांग्रेस पर पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के समय में आंबेडकर को छोटा करने का प्रयास करने का आरोप लगाया है। पिछले मंगलवार को संविधान पर राज्यसभा में बहस का जवाब देते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था, "अभी एक फैशन बन गया है... आंबेडकर, आंबेडकर, ....। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।" शाह के इस बयान के लिए विपक्षी दलों के नेताओं ने उनकी तीखी आलोचना की है।
कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की 26 दिसंबर को होने वाली बैठक में महात्मा गांधी के पार्टी अध्यक्ष बनने के 100 साल पूरे होने का उत्सव मनाने के साथ ही बाबा साहेब आंबेडकर का कथित तौर पर अपमान किए जाने के मुद्दे को भी जोर-शोर से उठाया जाएगा। विपक्ष का कहना है कि उनका अमित शाह के इस्तीफे एवं माफी की मांग पर जोर देने का सिलसिला जारी रहेगा।
मुख्य विपक्षी दल का कहना है कि देश यह सवाल लगातार पूछ रहा है कि शाह माफी मांगेंगे या इस्तीफा देंगे? कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पत्रकारों से बातचीत में यह भी कहा कि पार्टी शाह की माफी और इस्तीफे की मांग पर जोर देना जारी रखेगी। इस पर कार्य समिति की बैठक में विस्तृत चर्चा होगी।
मुद्दों को भटकाने का लगाया आरोप
उन्होंने यह दावा भी किया कि आंबेडकर के मुद्दे पर बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों का प्रेस कॉन्फ्रेंस करना सिर्फ ध्यान भटकाने का प्रयास है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी का एकमात्र मकसद संविधान को खत्म करना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संविधान को खत्म करने के किसी भी प्रयास को सफल नहीं होने देगी।
पार्टी ने कर्नाटक के बेलगावी में 26 दिसंबर को होने वाली अपनी कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक को 'नव सत्याग्रह बैठक' नाम दिया है। पार्टी 27 दिसंबर को 'जय बापू, जय भीम, जय संविधान' रैली का आयोजन करेगी।
वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति अगले साल के कार्यक्रमों पर चर्चा करेगी। इस विस्तारित कार्य समिति की बैठक कांग्रेस के बेलगावी अधिवेशन के 100 साल पूरे होने के मौके पर हो रही है। उस अधिवेशन में महात्मा गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष चुना गया था।