Bharat Ratna 2024 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शुक्रवार को एक बड़ा ऐलान किया है। मोदी सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह (Chaudhary Charan Singh), पीवी नरसिम्हा राव (PV Narasimha Rao) को मरणोपरांत भारत रत्न (Bharat Ratna) से सम्मानित करने का ऐलान किया है। साथ ही कृषि वैज्ञानिक एस स्वामिनाथन को भी मरणोपरांत भारत रत्न देने की घोषणा की गई है। प्रधानमंत्री X पर एक पोस्ट इन सभी बड़े नामों का ऐलान किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X पर पोस्ट किया, "पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पूर्व प्रधान मंत्री, श्री पीवी नरसिम्हा राव गारू और डॉ. एमएस स्वामीनाथन जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा।''
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने का ऐलान करते हुए X पर पोस्ट किया, "हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है। उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था।"
उन्होंने आगे लिखा, "उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हों या देश के गृहमंत्री और यहां तक कि एक विधायक के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की। वे आपातकाल के विरोध में भी डटकर खड़े रहे। हमारे किसान भाई-बहनों के लिए उनका समर्पण भाव और इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र के लिए उनकी प्रतिबद्धता पूरे देश को प्रेरित करने वाली है।"
पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव गारू को लेकर PM मोदी ने लिखा कि यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारे पूर्व प्रधान मंत्री श्री पीवी नरसिम्हा राव गरू को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा।
उन्होंने लिखा, "एक प्रतिष्ठित विद्वान और राजनेता के रूप में, नरसिम्हा राव गरू ने विभिन्न क्षमताओं में भारत की बड़े पैमाने पर सेवा की। उन्हें आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और कई वर्षों तक संसद और विधानसभा सदस्य के रूप में किए गए कार्यों के लिए समान रूप से याद किया जाता है। उनका दूरदर्शी नेतृत्व भारत को आर्थिक रूप से उन्नत बनाने, देश की समृद्धि और विकास के लिए एक ठोस नींव रखने में सहायक था।
मोदी ने आगे लिखा, प्रधान मंत्री के रूप में नरसिम्हा राव गारू का कार्यकाल महत्वपूर्ण उपायों द्वारा चिह्नित किया गया था जिसने भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया, जिससे आर्थिक विकास के एक नए युग को बढ़ावा मिला। इसके अलावा, भारत की विदेश नीति, भाषा और शिक्षा क्षेत्रों में उनका योगदान एक ऐसे नेता के रूप में उनकी बहुमुखी विरासत को रेखांकित करता है, जिन्होंने न केवल महत्वपूर्ण परिवर्तनों के माध्यम से भारत को आगे बढ़ाया बल्कि इसकी सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत को भी समृद्ध किया।
इसके अलावा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जाने माने कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भी भारत रत्न देने का ऐलान किया। उन्होंने लिखा, "यह बेहद खुशी की बात है कि भारत सरकार कृषि और किसानों के कल्याण में हमारे देश में उनके उल्लेखनीय योगदान की मान्यता में डॉ. एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित कर रही है। उन्होंने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। चुनौतीपूर्ण समय के दौरान भारत को कृषि में आत्मनिर्भरता हासिल करने में मदद करने और भारतीय कृषि को आधुनिक बनाने की दिशा में उत्कृष्ट प्रयास किए। हम एक प्रर्वतक और संरक्षक के रूप में उनके अमूल्य कार्य को भी पहचानते हैं और कई छात्रों के बीच सीखने और अनुसंधान को प्रोत्साहित करते हैं। डॉ. स्वामीनाथन के दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल परिवर्तन किया है भारतीय कृषि ने देश की खाद्य सुरक्षा और समृद्धि को भी सुनिश्चित किया। वह ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें मैं करीब से जानता था और मैं हमेशा उनकी अंतर्दृष्टि और इनपुट को महत्व देता था।"