उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर सहित पांच राज्यों में हुए मतदान के बाद सभी की निगाहें अब 10 मार्च को आने वाले नतीजों पर टिकी हैं, हालांकि 10 मार्च को रिजल्ट आने से पहले एक्जिट पोल के नतीजों से बहुत हद तक साफ हो जाएगा कि किस राज्य में किसकी सरकार बन रही है
Exit Poll Results 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण के मतदान की समाप्ती के साथ ही न्यूज चैनलों और एजेंसियों के एग्जिट पोल (Exit Poll 2022) आने शुरू हो गए हैं। उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर सहित पांच राज्यों में हुए मतदान के बाद सभी की निगाहें अब 10 मार्च को आने वाले नतीजों पर टिकी हैं। हालांकि, 10 मार्च को रिजल्ट आने से पहले एक्जिट पोल के नतीजों से बह
Exit Poll Results 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण के मतदान की समाप्ती के साथ ही न्यूज चैनलों और एजेंसियों के एग्जिट पोल (Exit Poll 2022) आने शुरू हो गए हैं। उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर सहित पांच राज्यों में हुए मतदान के बाद सभी की निगाहें अब 10 मार्च को आने वाले नतीजों पर टिकी हैं। हालांकि, 10 मार्च को रिजल्ट आने से पहले एक्जिट पोल के नतीजों से बहुत हद तक साफ हो जाएगा कि किस राज्य में किसकी सरकार बन रही है।
चुनाव आयोग ने मीडिया संगठनों को 10 फरवरी से 7 मार्च के बीच एग्जिट पोल जारी करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। चुनाव आयोग के इस आदेश की वजह से यूपी में अंतिम चरण का मतदान समाप्त होने के बाद ही एक्जिट पोल जारी किए जा रहे हैं। चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार शाम 6:30 बजे के बाद ही एग्जिट पोल जारी किए जाते हैं।
एग्जिट पोल को मतदाताओं के जवाब के आधार पर तैयार किया जाता है। मतदाता जब अपना वोट डालने के बाद पोलिंग बूथ से बाहर निकलता है तो उससे न्यूज चैनल और सर्वे एजेंसियां वोटिंग को लेकर सवाल करती हैं। मतदाताओं से पूछा जाता है कि उन्होंने किस पार्टी को अपना वोट दिया है। मतदाताओं के जवाबों को सर्वे एजेंसियां इकट्ठा करती हैं और उसके बाद एग्जिट पोल का प्रसारण किया जाता है। हजारों मतदाताओं से सवाल पूछकर आंकड़े जुटाए जाते हैं और एनालिसिस करके वोट प्रतिशत और सीटों का अनुमान लगाया जाता है। कई बार ये एग्जिट पोल सटीक साबित होते हैं और कई बार गलत भी साबित हो जाते हैं।
जानें कितने सटीक होते हैं Exit Poll?
एग्जिट पोल के नतीजों की बात की जाए तो बीते कई विधानसभा चुनावों में ये गलत साबित हो गए थे। उदाहरण के तौर पर पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ज्यादातर एग्जिट पोल में बीजेपी को 100 से ज्यादा सीटें मिलने का दावा किया गया था। लेकिन जब रिजल्ट आए तो बीजेपी 77 सीटों पर सिमट गई। वहीं, ममता बनर्जी की टीएमसी ने 211 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई।
इसी तरह बिहार विधानसभा चुनाव में भी एग्जिट पोल पूरी तरह गलत साबित हो गए थे। यहां ज्यादातर न्यूज चैनल और एजेंसियों ने अपने एग्जिट पोल में आरजेडी और कांग्रेस के गठबंधन को भारी जीत दे दी थी। हालांकि जब रिजल्ट आया तो सब कुछ उलट गया। बीजेपी और जेडीयू की गठबंधन ने राज्य में तीसरी बार सरकार बनाई।
इसके अलावा हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी एग्जिट पोल पूरी तरह से गलत साबित हो गए थे। ज्यादातर एग्जिट पोल में राज्य में बीजेपी को 70 से ज्यादा सीटें मिलने का दावा किया गया था। लेकिन बीजेपी महज 40 सीटों पर सिमट कर रह गई और पूर्ण बहुमत के आंकड़े को भी पार नहीं कर सकी। हालांकि बाद में बीजेपी ने जेजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली।
10 मार्च को आएंगे पांचों राज्यों के नतीजे
इस साल 403 सदस्यीय उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए सात चरणों में 10 फरवरी, 14, 20, 23, 27, 3 और 7 मार्च को चुनाव हुए थे। वहीं, उत्तराखंड की 70 सीटों और गोवा की 40 सीटों के लिए 14 फरवरी को एक ही चरण में मतदान हुआ था, जबकि 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा के लिए 20 फरवरी को मतदान हुआ था। इसके अलावा 60 सदस्यीय मणिपुर विधानसभा के लिए 27 फरवरी और तीन मार्च को दो चरणों में मतदान हुआ था। सभी पांच राज्यों में वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी।