पिछले महीने कांग्रेस से अपना पांच दशक से अधिक पुराना नाता तोड़ने वाले वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी का ऐलान कर दिया है। आजाद ने अपनी नई पार्टी का नाम डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी (Democratic Azad Party) रखा है।
जम्मू में एक प्रेस कॉन्फेंस में गुलाम नबी आजाद ने कहा कि नई पार्टी का नाम है 'डेमोक्रेटिक आज़ाद पार्टी'। डेमोक्रेसी डेमोक्रेटिक के लिए है कि पूरी स्वतंत्र होगी। जिसका मैंने उल्लेख किया कि अपनी सोच होगी। किसी भी पार्टी या नेता से प्रभावित नहीं होगी और आजाद रहेगी।
अपनी नई पार्टी को लेकर आजाद ने कहा कि लगभग 1,500 नाम हमें उर्दू, संस्कृत में भेजे गए थे। हिंदी और उर्दू का मिश्रण 'हिन्दुस्तानी' है। हम चाहते थे कि नाम लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण और स्वतंत्र हो। इसलिए पार्टी का ये नाम तय हुआ।
रविवार को ही गुलाम नबी आजाद श्रीनगर पहुंचे। वह 27 सितंबर तक यहां रहेंगे। इसके बाद वह दिल्ली जाने वाले हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने जनता से पार्टी के नाम को लेकर सुझाव भी मांगे थे। श्रीनगर दौरे के समय भी उन्होंने समर्थकों के साथ पार्टी के नाम को लेकर मंथन किया। इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करके नई पार्टी की घोषणा कर दी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने करीब पांच दशकों के बाद 26 अगस्त को पार्टी को अलविदा कह दिया था। उन्होंने दावा किया था कि देश का सबसे पुराना दल अब ‘समग्र रूप से नष्ट हो चुका है’ तथा इसका नेतृत्व आंतरिक चुनाव के नाम पर ‘धोखा दे रहा है।’
उन्होंने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर ‘अपरिपक्व और बचकाने व्यवहार’ का भी आरोप लगाया और कहा कि अब सोनिया गांधी नाममात्र की नेता रह गई हैं, क्योंकि फैसले राहुल गांधी के ‘सुरक्षागार्ड और निजी सहायक’ करते हैं।