महा विकास अघाड़ी के सहयोगियों के बीच संभावित दरार की ओर इशारा करते हुए NCP (SP) सुप्रीमो शरद पवार ने मंगलवार को संकेत दिया कि उद्धव की सेना की तरह उनकी पार्टी भी आगामी मुंबई नगर निगम चुनाव अकेले लड़ेगी। पवार ने कहा कि INDIA ब्लॉक का गठन केवल राष्ट्रीय स्तर के चुनावों के लिए किया गया था और नगरपालिका या राज्य चुनाव एक साथ लड़ने के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई।
पवार ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "जब इंडिया ब्लॉक का गठन हुआ था, तब चर्चा केवल राष्ट्रीय मुद्दों और चुनावों के बारे में थी। स्थानीय निकाय चुनावों या राज्य चुनावों के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई।"
हालांकि, पवार ने यह भी कहा कि MVA घटकों के बीच एक बैठक होगी, जिसमें यह तय किया जाएगा कि पार्टियों को अकेले निकाय चुनाव लड़ना चाहिए या गठबंधन में रहकर मिलकर लड़ना चाहिए।
उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र में आगामी नगर निगम चुनावों के बारे में 8-10 दिनों में बैठक के बाद निर्णय लिया जाएगा कि हम साथ मिलकर लड़ेंगे या अकेले। गठबंधन के भीतर हमारे बीच बातचीत है।"
पवार की तब आई, जब कुछ दिनों पहले ही उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) ने भी यह कहा कि वो बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) समेत स्थानीय निकायों के चुनाव अकेले लड़ेगी।
उद्धव सेना अकेले लड़ेगी चुनाव
शिवसेना (यूबीटी) ने शनिवार को पुष्टि की कि पार्टी स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ेगी। इस निर्णय की घोषणा करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा कि स्थानीय चुनावों के लिए विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (MVA) के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा।
राउत ने कहा, "मुंबई से लेकर नागपुर तक हम अपने दम पर चुनाव (लोकल बॉडी) लड़ेंगे। हम देखना चाहते हैं कि क्या होता है।"
शिवसेना (यूबीटी) नेता आनंद दुबे ने भी मंगलवार को कहा कि INDIA गठबंधन लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए बना है। उन्होंने कहा, "इसे आगे ले जाना कांग्रेस पार्टी की जिम्मेदारी थी। गठबंधन की कोई बैठक नहीं हुई। गठबंधन का कोई अध्यक्ष नहीं है।"
उन्होंने कहा, "शिवसेना (यूबीटी) मुंबई और नागपुर नगर निगम चुनाव अपने दम पर लड़ेगी, क्योंकि यह कार्यकर्ताओं की मांग है... अगर उन्होंने (कांग्रेस) AAP की मदद की होती, तो BJP की जीत रोक दी जाती। लड़ाई AAP और BJP के बीच है, लेकिन अब कांग्रेस AAP के वोट काटेगी। कांग्रेस पार्टी को आत्मचिंतन करना चाहिए।"
INDIA ब्लॉक के लिए परीक्षा
INDIA ब्लॉक गठबंधन के लिए लड़ाई मुश्किल होने वाली है, क्योंकि इसके सहयोगी कांग्रेस और AAP दिल्ली में एक-दूसरे के खिलाफ अकेले चुनाव लड़ रहे हैं। यह ध्यान रखना जरूरी है कि राष्ट्रीय राजधानी में चुनाव विपक्षी गठबंधन के लिए एक परीक्षा की घड़ी साबित होंगे, क्योंकि समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस जैसे उसके सहयोगियों ने 5 फरवरी को होने वाले राजधानी में चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल की AAP को अपना समर्थन दिया है।
पवार ने कांग्रेस को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उनकी पार्टी दिल्ली चुनाव में अरविंद केजरीवाल का समर्थन करेगी। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "दिल्ली विधानसभा चुनाव में मेरी भावना यह है कि हमें अरविंद केजरीवाल की मदद करनी चाहिए।"