एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत की अपकमिंग फिल्म 'इमरजेंसी' की रिलीज को फिलहाल टाल दिया गया है। इसे लेकर अब सरकार की ओर से भी प्रतिक्रिया आई है। शीर्ष सरकारी सूत्रों ने कहा कि कंगना फिल्म 'इमरजेंसी' में कुछ संवेदनशील कंटेंट है। उन्होंने कहा कि धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाई जा सकती। हाल ही में कंगना ने कहा था कि उन्हें और सेंसर बोर्ड के अधिकारियों को धमकी मिल रही है, जिस वजह से उनकी फिल्म को सर्टिफिकेट नहीं मिल पाया।
CNN-News18 ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया, “फिल्म में कुछ संवेदनशील कंटेंट है। यह लोगों की भावनाओं से जुड़ा गंभीर मुद्दा है। कुछ धार्मिक संगठनों ने चिंता जताई है। धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाई जा सकती।"
हिमाचल प्रदेश के मंडी से बीजेपी की लोकसभा सांसद कंगना ने इस फिल्म में पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है। हालांकि, पिछले हफ्ते, उन्होंने कहा कि उनकी फिल्म अभी भी सेंसर बोर्ड के पास अटकी हुई है। पहले ये फिल्म 6 सितंबर को रिलीज होनी थी, लेकिन अब किसी और नई तारीख पर रिलीज होगी।
X पर पोस्ट किए गए एक वीडियो मैसेज में, एक्ट्रेस ने दावा किया कि उन्हें और CBFC सदस्यों को धमकियां मिली हैं। उन पर 1984 में सिख गार्ड के हाथों से इंदिरा गांधी की हत्या को फिल्म में नहीं दिखाने का दबाव है।
MP हाई कोर्ट से कंगना को नोटिस
मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने सोमवार को अभिनेता कंगना रनौत (Kangana Ranaut), केंद्र, सेंसर बोर्ड और अन्य को उस जनहित याचिका पर नोटिस जारी किया, जिसमें 'इमरजेंसी' की स्क्रीनिंग को इस आधार पर चुनौती दी गई थी कि इसमें ऐसे दृश्य हैं, जो सिखों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करते हैं।
जनहित याचिका (PIL) में कहा गया है कि 'इमरजेंसी' में ऐसे दृश्य हैं, जो सिख समुदाय के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करते हैं। साथ ही फिल्म में मुख्य भूमिका निभाने वाली अभिनेता और दूसरे पक्षों से बिना शर्त माफी की मांग की गई है। कोर्ट ने सुनवाई की अगली तारीख मंगलवार (3 सितंबर) तय की है।