Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़े नाटकीय घटनाक्रम के तहत रविवार को शरद पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता अजित पवार (Ajit Pawar) पार्टी में विभाजन की स्थिति पैदा करते हुए एकनाथ शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम बन गए। इस कदम ने उनके चाचा शरद पवार को चौंका दिया है, जिन्होंने 24 साल पहले पार्टी की स्थापना की थी। दक्षिण मुंबई के राजभवन में आयोजित समारोह में NCP के आठ नेताओं ने भी मंत्री पद की शपथ ली। इस बीच महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम के रूप में शपथ लेने वाले अजित पवार का उनकी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के 40 से अधिक विधायक और करीब 6 विधान पार्षद (MLC) समर्थन कर रहे हैं।
सूत्रों ने दावा किया कि पार्टी के 53 विधायकों में से 36 नए डिप्टी सीएम का पूरी मजबूती से समर्थन कर रहे हैं। एक सूत्र ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, "अजित पवार का 40 से अधिक विधायकों और छह से अधिक विधान पार्षदों ने समर्थन किया है। राज्य विधायिका के इन सदस्यों के समर्थन का पत्र राजभवन को भेज दिया गया है।"
अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि NCP में विभाजन नहीं हुआ है। उन्होंने दावा किया कि सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों (पार्टी के) ने सरकार में शामिल होने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा कि भविष्य में वह NCP के नाम और चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ेंगे। NCP प्रमुख शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने कहा कि पार्टी राज्य और देश के विकास के लिए सरकार में शामिल हुई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की भी तारीफ की।
5 जुलाई को अलग-अलग होगी बैठक
महाराष्ट्र में हुए राजनीतिक घटनाक्रम के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दोनों गुट 5 जुलाई को शक्ति प्रदर्शन करेंगे। अजित पवार और उनके चाचा शरद पवार को दोनों धड़ों ने 5 जुलाई को अलग-अलग जगहों पर बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि इस बैठक में दोनों गुट अपनी ताकत दिखाने के लिए अपने-अपने समर्थकों को जुटाएंगे। शरद पवार ने बाकायदा इसके लिए नेताओं को निर्देश भी जारी कर दिए हैं।
महाराष्ट्र NCP अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि हमारी पार्टी के कुछ नेता MLA अब वहां जाकर शपथ लिया और अब वे मंत्री हो गए हैं। यह हमारी नीति नहीं थी। महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना और NCP का जो गठबंधन है हमारी नीति उसमें रहने की है। जो लोग गए हैं उन्होंने पार्टी के खिलाफ निर्णय लिया है। 5 जुलाई को शरद पवार के नेतृत्व में महाराष्ट्र जिले के सभी कार्यकर्ता और नेती की बैठक होगी।
वहीं, दूसरी तरफ अजित पवार के गुट ने भी 5 जुलाई को NCP विधायकों की एक अहम बैठक बुलाई है। यह बैठक मुंबई में सुबह 11 बजे आयोजित की जाएगी। इस बैठक में महाराष्ट्र NCP के सभी नेताओं, विधायकों और कार्यकर्ताओं को बुलाया गया है। इसके साथ ही इस बैठक का न्योता शरद पवार गुट के नेताओं को भी भेजा गया है। माना जा रहा है कि दोनों बैठक के जरिए ये साफ हो जाएगा कि NCP का कौन सा नेता किस गुट के साथ है।