Tripura CM swearing-in ceremony: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता माणिक साहा (Manik Saha) ने अगरतला स्वामी विवेकानंद मैदान में बुधवार को लगातार दूसरी बार त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे। इस दौरान रतन लाल नाथ, प्राणजीत सिंघा रॉय, सनातन चकमा, सुशांत चौधरी, टिंकू रॉय, बिकास देबबर्मा, सुधांशु दास और सुक्ला चरण ने अगरतला में त्रिपुरा के मंत्रियों के रूप में शपथ ली। त्रिपुरा में चुनाव बाद हुई हिंसा के विरोध में विपक्षी वामदल और कांग्रेस शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं ली।
साहा राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में दूसरी बार शपथ ली। बीजेपी की त्रिपुरा इकाई के मुख्य प्रवक्ता सुब्रत चक्रवर्ती ने कहा कि बीते तीन दशकों में यह पहली बार है कि त्रिपुरा में किसी गैर वाम सरकार ने सत्ता में वापसी की है। हमें उम्मीद है कि दूसरी बार सत्ता में आई बीजेपी सरकार जनता की आकांक्षाओं को पूरा करेगी।
साल 1988 में कांग्रेस-टीयूजेएस ने वाम दल को परास्त करके त्रिपुरा में सरकार बनाई थी, लेकिन यह गठबंधन वर्ष 1993 में वाम दल से हार गया। 60 सदस्यीय त्रिपुरा विधानसभा में BJP ने 32 सीट पर जीत दर्ज की है, जबकि इसकी सहयोगी इंडिजेनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) को एक सीट मिली है।
मुख्यमंत्री माणिक साहा ने शुक्रवार को राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य को अपनी सरकार का इस्तीफा सौंप दिया था। त्रिपुरा में चुनाव के बाद हुई हिंसा में कम से कम आठ लोग घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि राज्य में चुनाव के बाद हिंसा की घटनाओं के सिलसिले में 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
मुख्यमंत्री माणिक साहा ने शुक्रवार को जीबीपी अस्पताल में घायल लोगों से मुलाकात की। साथ ही पुलिस से शांति बनाए रखने के लिए उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा। अधिकारियों ने बताया कि चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद से राज्य भर में ऐसी लगभग 70 घटनाओं के बारे में सूचना मिली है।