NCP Crisis: अजित पवार ने 83 साल के शरद पवार पर कसा तंज, बोले- बस, मैं सीएम बनना चाहता हूं

उन्होंने "लोगों के कल्याण के लिए अपनी कुछ योजनाओं को लागू करने" के लिए महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने की इच्छा भी जताई। सभा को संबोधित करते हुए अजित पवार (Ajit Pawar) ने कहा कि मेरी दिल से इच्छा थी कि पार्टी आगे बढ़े। हमारे विधायकों की संख्या लगातार घटती जा रही है। उन्होंने कहा कि मैं जन कल्याण के लिए अपनी कुछ योजनाएं लागू करने के लिए महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं

अपडेटेड Jul 05, 2023 पर 4:53 PM
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NCP Crisis: अजित पवार ने 83 साल के शरद पवार पर कसा तंज

NCP Crisis: महाराष्ट्र (Maharashtra) के उपमुख्यमंत्री अजित पवार (Ajit Pawar) ने बुधवार को सरकारी कर्मचारियों और BJP नेताओं की रिटायरमेंट की उम्र की ओर इशारा करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) से नई पीढ़ी को कमान सौंपने का आग्रह किया। अजित ने कहा, “आपने मुझे सबके सामने खलनायक की तरह पेश किया। मेरे मन में अभी भी उनके (शरद पवार) लिए गहरा सम्मान है...लेकिन आप मुझे बताएं, IAS अधिकारी 60 साल की उम्र में रिटायर होते हैं...राजनीति में भी - BJP नेता 75 साल की उम्र में रिटायर होते हैं। आप लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का उदाहरण देख सकते हैं। इससे नई पीढ़ी को आगे बढ़ने का मौका मिलता...आप हमें अपना आशीर्वाद दें।"

उन्होंने कहा, “दूसरे दिन, वह वाईबी चव्हाण स्मारक गए… मैं भी वहां गया हूं… लेकिन आप 83 साले के हैं, क्या आप रुकेंगे या नहीं? हमें अपना आशीर्वाद दें और हम प्रार्थना करेंगे कि आप लंबी उम्र जिएं।"

बांद्रा के MET कॉलेज में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पवार ने कहा कि उनका गुट राज्य के विकास और विधायकों के फंड के लिए BJP से हाथ मिला रहा है।


उन्होंने "लोगों के कल्याण के लिए अपनी कुछ योजनाओं को लागू करने" के लिए महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने की इच्छा भी जताई।

सभा को संबोधित करते हुए अजित पवार ने कहा कि मेरी दिल से इच्छा थी कि पार्टी आगे बढ़े। हमारे विधायकों की संख्या लगातार घटती जा रही है। उन्होंने कहा कि मैं जन कल्याण के लिए अपनी कुछ योजनाएं लागू करने के लिए महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं।

अजित पवार ने उठाए सवाल

अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार को अपना नेता और गुरु बताते हुए, कुछ सवाल भी खड़े किए। उन्होंने कहा:

  • - 1978 में वसंत दादा पाटिल की सरकार गिराकर खुद शरद पवार मुख्यमंत्री बनें।
  • -1999 में सोनिया गांधी को विदेशी कहकर अलग पार्टी बनाई। वह प्रधानमंत्री नहीं बन सकती हैं। हमने पवार साहब की बात मान ली।
  • - 2004 में हमारे विधायक ज्यादा थे। विलास राव देशमुख ने पूछा कि मुख्यमंत्री कौन होगा? हमने चार विभाग ज्यादा लेकर मुख्यमंत्री पद कांग्रेस को दे दिया। तब हमारा मुख्यमंत्री बनता, तो आज भी होता।
  • - 2014 में हमें कहा गया कि BJP को बाहर से समर्थन करेंगे।
  • - 2017 में हम बीजेपी सरकार में शामिल होने वाले थे, लेकिन हमने शर्त रख दी कि शिवसेना नहीं रहेगी। BJP ने कहा कि 25 साल पुराने साथी को निकाल नहीं सकते हैं।
  • - फिर 2019 में हमने शिवसेना के साथ सरकार बना ली।
  • - 2023 में पवार साहब ने कहा कि 83 साल का हो गया हूं, रिटायर होना चाहता हूं। वह सुप्रिया को अध्यक्ष बनाना चाहते थे। हम तैयार थे, फिर यू-टर्न क्यों लिया?

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अजीत पवार के खेमे के छगन भुजबल ने पहले दावा किया था कि 40 से ज्यादा विधायक उनके साथ हैं, लेकिन उनमें से कुछ कार्यक्रम स्थल पर मौजूद नहीं हो सके, क्योंकि वे या तो "ट्रैफिक जाम में फंस गए थे या कुछ दूसरे राज्यों में थे।"

भुजबल ने कहा, "40 से ज्यादा विधायक यहां हमारे साथ हैं, उनमें से कुछ ट्रैफिक में फंसे हुए हैं, कुछ दूसरे राज्यों में हैं, लेकिन उन्होंने हलफनामे पर हस्ताक्षर किए हैं। ये सच है कि लोग इसके बाद (कानूनी) कार्रवाई के बारे में पूछेंगे... हमने सभी को ले लिया है। यह कदम उठाने से पहले चीजों पर विचार करें।"

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