प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी रविवार 28 मई 2023 को नए संसद भवन का उद्घाटन कर चुके हैं। इस उद्घाटन समारोह की शुरुआत सुबह हवन और पूजन के साथ हुई थी। आज सुबह 7.30 बजे समारोह की शुरुआत हवन के साथ हुई है। इसके लिए संसद परिसर में स्थित गांधी जी की प्रतिमा के पास पंडाल लगाया गया है। इस पूजा में पीएम मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत और भी कई सारे लोग मौजूद रहेंगे। इसके बाद सुबह 8-9 बजे के बीच सेंगोल को स्थापित किया जाएगा। पीएम मोदी नई संसद के लिए निकल चुके हैं और उनकी गाड़ी नए संसद भवन के भीतर प्रवेश भी कर चुके हैं। सबसे पहले पीएम मोदी का स्वागत मंत्रोच्चारण के साथ हुआ इसके बाद उन्होंने महात्मा गांधी की मूर्ति के पास पुष्प चढ़ाया।
नए संसद भवन में सेंगोल की स्थापना हो गई है। सेंगोल की स्थापना लोकसभा स्पीकर की कुर्सी के पास की गई है। सुबह 9 बजे संसद भवन में प्रार्थना शुरू होगी। इससे पहले पीएम मोदी कल यानी ,शनिवार 27 मई को अपने आवास पर आदिनमों से अपने आवास पर मिले थे। इस दौरान आदिनमों ने पीएम मोदी को सेंगोल भेंट किया था। संसद भवन की प्रार्थना सभा में शंकराचार्य सहित कई सारे बड़े विद्वान, पंडित और संत उपस्थित रहेंगे। इसके बाद संसद भवन उद्घाटन का दूसरा चरण दोपहर 12 बजे से राष्ट्रगान के साथ शुरू होगा। इस मौके पर दो शॉर्ट फिल्में दिखाई जाएंगी। इसके बाद देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का संदेश पढ़कर सुनाया जाएगा।
क्या है नए संसद भवन की खासियतें
नए संसद भवन की आधारशिला को पीएम मोदी ने 10 दिसंबर 2020 को रखी थी। इस नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सदस्य और राज्यसभा कक्ष में 384 सदस्यों के बैठने की क्षमता है। वहीं संयुक्त सत्र के लिए लोकसभा हॉल में 1,272 सदस्य बैठ सकते हैं। इस नए संसद भवन का आकार त्रिभुजाकार है और इसका कुल क्षेत्र 64,500 वर्ग मीटर है। इस नए संसद भवन के तीन द्वार है जिनके नाम ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार हैं। इनमें वीआईपी, सांसदों और आगंतुकों के लिए अलग अलग प्रवेश द्वार बनाए गए हैं।