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ओम बिरला फिर से बनेंगे लोकसभा अध्यक्ष! विपक्ष की तरफ से के सुरेश ने दाखिल किया नामांकन, इतिहास में पहली बार स्पीकर के लिए होगा चुनाव

Lok Sabha Session 2024: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि लोकसभा उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को दिए जाने की परंपरा रही है। यदि नरेंद्र मोदी सरकार इस परंपरा का पालन करती है तो पूरा विपक्ष सदन के अध्यक्ष के चुनाव में सरकार का समर्थन करेगा

अपडेटेड Jun 25, 2024 पर 12:26 PM
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Lok Sabha Session 2024: ओम बिरला 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए सत्तारूढ़ NDA के उम्मीदवार हैं

Lok Sabha Session 2024: लोकसभा अध्यक्ष पद को लेकर कई दिनों की अनिश्चितता के बाद NDA ने ओम बिरला को फिर से इस पद के लिए नामित करने का फैसला किया है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, बीजेपी सांसद ओम बिरला ने 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए NDA के उम्मीदवार हैं। उन्होंने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। पिछली लोकसभा में भी ओम बिरला ही अध्यक्ष थे। विपक्ष भी स्पीकर पद के लिए अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है, जिसके परिणामस्वरूप बिरला के निर्विरोध निर्वाचित होने की संभावना खत्म हो गई है।

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक एनडीए ने ओम बिरला को और I.N.D.I.A. ब्लॉक ने कांग्रेस सांसद के सुरेश को स्पीकर पद के लिए मैदान में उतारा है। विपक्ष ने मांग की है कि डिप्टी स्पीकर चुनने में उनकी राय का ध्यान रखा जाए। पिछले कार्यकाल में लोकसभा में कोई भी उपाध्यक्ष नहीं था। सूत्रों का कहना है कि 17वीं लोकसभा में स्पीकर की भूमिका निभाने वाले ओम बिरला को एक बार फिर से यह जिम्मेदारी दी जा सकती है।

राजस्थान के कोटा से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद ओम बिरला ने दोबारा लोकसभा स्पीकर पद के लिए सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का उम्मीदवार बनाए जाने की खबरों के बीच मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। आजादी के बाद इतिहास में पहली बार लोकसभा स्पीकर पद के लिए चुनाव हो रहा है।


इस बीच लोकसभा उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को दिए जाने की मांग के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि अब तक सरकार की ओर से इस विषय पर कोई जवाब नहीं आया है। राजस्थान में कोटा संसदीय सीट से एक बार फिर निर्वाचित हुए बिरला पिछले 20 वर्ष में निचले सदन में फिर से निर्वाचित होने वाले पहले पीठासीन अधिकारी बन गए हैं।

राहुल गांधी ने की डिप्टी स्पीकर पद की मांग

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि लोकसभा उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को दिए जाने की परंपरा रही है। यदि नरेंद्र मोदी सरकार इस परंपरा का पालन करती है तो पूरा विपक्ष सदन के अध्यक्ष के चुनाव में सरकार का समर्थन करेगा। उन्होंने संसद भवन परिसर में पत्रकारों से बातचीत में यह भी कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने समर्थन के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को फोन किया था और फिर से फोन करने की बात की थी, लेकिन अब तक उनका फोन नहीं आया।

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री विपक्ष से रचनात्मक सहयोग की उम्मीद करते हैं, लेकिन कांग्रेस के नेता का अपमान किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "राजनाथ सिंह जी ने खड़गे जी को फोन किया और कहा कि अध्यक्ष (पद के उम्मीदवार) का समर्थन करिए। पूरे विपक्ष ने कहा है कि हम लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए सरकार की ओर से चुने गए उम्मीदवार का समर्थन करेंगे, लेकिन परंपरा है कि सदन के उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को मिलना चाहिए। राजनाथ जी ने कल शाम कहा था कि वह खड़गे जी को फिर फोन करेंगे। अभी तक खड़गे जी को उनका वापस फोन नहीं आया है।"

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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आरोप लगाया, "मोदी जी कह रहे हैं कि विपक्ष को रचनात्मक सहयोग देना चाहिए, लेकिन हमारे नेता का अपमान किया जा रहा है। (सरकार की) नीयत साफ नहीं है।" राहुल गांधी ने दावा किया, "मोदी जी कोई रचनात्मक सहयोग नहीं चाहते क्योंकि परंपरा है कि लोकसभा उपाध्यक्ष विपक्ष का होना चाहिए।" उन्होंने कहा "परंपरा का पालन किया जाएगा तो हम अध्यक्ष के चुनाव में सरकार को समर्थन देंगे।"

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