Parliament News LIVE Updates: संसद में शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा से विपक्ष के 12 निलंबित सांसदों के मुद्दे पर केंद्र सरकार ने सोमवार को एक अहम बैठक बुलाई है। हालांकि सरकार ने सिर्फ उन्हीं दलों को इस बैठक में बुलाया है, जिनके सांसद निलंबित किए गए हैं। इस मामले पर अब विवाद भी शुरू हो गया है। विपक्ष ने राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन के मुद्दे को हल करने के लिए सरकार द्वारा 5 दलों के नेताओं को भेजे गए निमंत्रण को खारिज किया है।
राज्यसभा में नेता पीयूष गोयल द्वारा सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर चर्चा और इसके समाधान के लिए बैठक के आह्वान के बाद संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोमवार सुबह बैठक के लिए पांच राजनीतिक दलों के नेताओं को आमंत्रित किया था। विपक्ष के उच्च स्तरीय सूत्रों ने बताया कि वे सोमवार सुबह राज्यसभा में नेता पीयूष गोयल द्वारा बुलाई गई बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जोशी को लिखे पत्र में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार ने सभी विपक्षी नेताओं के बजाय केवल चार दलों को आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि सिर्फ 4 पार्टियों को बुलाकर अगर विपक्ष के सभी नेताओं को नहीं बुलाएंगे तो क्या संदेश जाएगा? ये विपक्षी दलों की एकजुटता को तोड़ने की साजिश है। हमने पत्र लिखा है कि सर्वदलीय बैठक बुलाओ।
वहीं, तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट कर कहा कि एक ऐसी सरकार का सोमवार सुबह का 'स्टंट' जोकि संसद को संचालित नहीं होने देना चाहती। सरकार ने उन चार दलों के नेताओं को बुलाया है जिनके 12 राज्यसभा सदस्यों को मनमाने तरीके से निलंबित कर दिया गया।
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि निलंबित सांसदों का मुद्दा है इसलिए हम निलंबित पार्टियों के नेताओं के साथ बात करके हल निकालना चाहते थे। आप संविधान दिवस का बायकॉट करते हैं, लोग आपको बायकॉट ही कर रहे हैं अब तो समझ लो। बायकॉट करने की ये क्या नई परंपरा है।