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Punjab: पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से ED ने की लंबी पूछताछ, भ्रष्ट्राचार और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है मामला

ज्यादा पूछताछ के लिए कई दस्तावेजों और जानकारियों के साथ गुरुवार को भी चरणजीत सिंह चन्नी को बुलाया गया है

अपडेटेड Apr 14, 2022 पर 2:40 PM
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पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से ED ने की लंबी पूछताछ (FILE PHOTO)

शंकर आनंद

पंजाब (Punjab) के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) से केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी (ED) की टीम ने 13 अप्रैल (बुधवार ) को कई घंटों तक पूछताछ की। ED के वरिष्ठ सूत्र ने इस खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि 13 अप्रैल को जलंधर में ED दफ्तर चन्नी से पूछताछ हुई। ED ने उनसे सामान्य तरीके से कई लिखित सवालों के जवाब मांगे। चरणजीत सिंह चन्नी ने कई सवालों के जवाब भी दिए। अब आगे की और ज्यादा पूछताछ के लिए कई दस्तावेजों और जानकारियों के साथ गुरुवार 14 अप्रैल को भी चरणजीत सिंह चन्नी को बुलाया गया है।

पिछले कुछ समय पहले ही चन्नी के भांजे भूपेंद्र सिंह हनी (Bhupendra Singh Honey) के खिलाफ भ्रष्ट्राचार और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में जांच एजेंसी तफ्तीश कर रही थी। उस जांच के दौरान मौजूदा मुख्यमंत्री चन्नी का नाम भी सामने आया था। उस वक्त सबसे पहले News18 ने ही खुलासा किया था कि इसी मामले में चरणजीत सिंह चन्नी से भी जांच एजेंसी पूछताछ करने वाली है।


कई सरकारी अधिकारियों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें

ED की टीम अब प्रमुख तौर पर अवैध रेत खनन से जुड़े मसले के साथ-साथ करोड़ों रुपए लेकर ट्रांसफर/पोस्टिंग करने के गंभीर आरोपों की जांच कर रही है। आरोप हैं कि जब चरणजीत सिंह चन्नी मुख्यमंत्री पद पर काबिज थे, उस वक्त कई दर्जन अधिकारियों से मोटी रिश्वत लेकर उनके ट्रांसफर और पोस्टिंग की गई थीं।

ईडी की शुरुआती तफ्तीश के मुताबिक, इस मामले को दर्ज करने के बाद भूपेंद्र सिंह और कुदरतदीप के खिलाफ की गई छापेमारी के दौरान कई अहम दस्तावेज भी जब्त किए गए। विस्तार से हर इनपुट्स को खंगालने में ईडी की एक विशेष टीम काम कर रही है।

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उन जब्त दस्तावेजों के मुताबिक, अवैध तौर पर रेत का खनन और उससे की गई कमाई में कई सरकारी अधिकारियों ने अपने हाथ काले किए हैं , जो अब जांच का मसला है। इसके साथ ही भूपेंद्र ने कई सरकारी कर्मचारियों ,अधिकारियों के ट्रांसफर/पोस्टिंग के लिए अवैध तौर पर करोड़ों रुपए कमाए।

जांच एजेंसी के सूत्र के मुताबिक, जब भूपेंद्र सिंह उर्फ हन्नी समेत कुछ दूसरे आरोपियों की गिरफ्तारी की गई थी, तब उस वक्त उन्होंने जो बयान दिए, जांच एजेंसी उन्हें काफी अहम मान रही है। उसी के आधार पर आगे की तफ्तीश चल रही है।

क्या है ईडी का आरोप?

केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी (ED) ने पिछले साल 2021 के नवंबर महीने में अवैध तौर पर काम करने वाले के रेत माफियाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया था। दरअसल साल 2018 में पंजाब पुलिस की एक FIR को ईडी ने टेकओवर करके उसमें मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA Act) के तहत मामला दर्ज किया था।

उस दर्ज मामले में एक दर्जन से ज्यादा आरोपियों के नाम हैं। हालांकि, मुख्य आरोपी के तौर पर कुदरतदीप सिंह और भूपेंद्र सिंह का ही नाम सामने आया। लिहाजा इस मामले की गंभीरता को देखते हुए इस मामले में मिले कई अहम इनपुट्स के बाद पिछले महीने जनवरी को कई बार पूछताछ के लिए भूपेंद्र सिंह हन्नी को नोटिस भेजा गया था। हन्नी पूछताछ की प्रक्रिया में हिस्सा लेने आ ही नहीं रहा था।

इसी वजह से जांच एजेंसी की जालंधर यूनिट ने कार्रवाई करते हुए भूपेंद्र सिंह हन्नी को गिरफ्तार कर लिया था। ED ने इन आरोपियों के खिलाफ छापेमारी के दौरान करीब सवा 10 करोड़ रुपए की नकदी जब्त की थी। उन पैसों का हिसाब जब मांगा गया, तब उसे औपचारिक तौर पर बताने में भूपेंद्र और कुदरतदीप असफल रहे। लिहाजा उन पैसों को काले धन (Black Money) के तौर पर भी ED और इनकम टैक्स विभाग देख रहे हैं।

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