Rahul Gandhi Remark on Sikhs: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका में एक कार्यक्रम के दौरान सिखों का उदाहरण देते हुए भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति पर अपनी टिप्पणी से बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने विदेशी धरती पर 'खतरनाक नैरेटिव' स्थापित करने के लिए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की तीखी आलोचना की है। बीजेपी ने उन पर चुनावों में बार-बार हार की हताशा में विदेशों में भारत को बदनाम करने का आरोप लगाया। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भारत में सिखों पर टिप्पणी के लिए कांग्रेस नेता को फटकार लगाई। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस शासन के दौरान 1984 के दंगों के दौरान समुदाय पगड़ी और कड़ा पहनने से डरता था।
हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने मंगलवार (10 सितंबर) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "मैं देख रहा हूं कि जब राहुल गांधी, राष्ट्रीय पहचान, हमारी एकता एवं विविधता जैसे संवेदनशील मुद्दों पर बयान देते हैं, तो एक खतरनाक नैरेटिव सेट करने की कोशिश करते हैं।" उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जी जब लोकसभा में विपक्ष के नेता नहीं भी थे, तब भी शब्दों का इस्तेमाल नाप-तोल कर करना उनकी आदत नहीं थी।
मंत्री ने कहा कि अगर उनके द्वारा विदेशों में दिए गए पुराने बयानों को देखा जाए तो बहुत सारी बातें हमारे सामने साफ हो जाएंगी कि उन्हें कुछ मुद्दों की समझ नहीं है। पुरी ने कहा कि 1984 में 3,000 निर्दोष लोग मारे गए थे। उन्हें घर से घसीट कर निकाला गया था। ये सभी इस बारे में दस्तावेजी तथ्य हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा, "सिखों को चिंता और असुरक्षा की भावना केवल राजीव गांधी के समय (1984) में महसूस हुई थी।"
कांग्रेस नेता के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए पुरी ने कहा कि उन्होंने पूरे देश में पगड़ी पहनकर यात्रा की है। अमेरिका में राहुल गांधी ने जिस तरह की समस्याओं का जिक्र किया है, उन्हें कभी भी इसका सामना नहीं करना पड़ा या ऐसा कुछ नहीं देखा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की भाषा खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू के लहजे से मिलती-जुलती है, जो आतंकवाद के आरोपों में भारत में वांछित है।
"मैं 60 वर्षों से 'पगड़ी' और 'कड़ा' पहन रहा हूं"
हरदीप सिंह पुरी ने ANI से कहा, "राहुल गांधी से ये पूछना चाहिए कि आपको कहां किस सिख समुदाय के सदस्यों, प्रतिनिधि ने कहा कि उसे पगड़ी पहनने में दिक्कत है। मैं पिछले 60 वर्षों से अधिक समय से 'पगड़ी' और 'कड़ा' पहन रहा हूं और मैंने कभी किसी को नहीं देखा जो यह कहे कि उन्हें 'पगड़ी' और 'कड़ा' पहनने में कोई कठिनाई होती है। यह उनके (राहुल गांधी के) पिता के समय में हुआ था जब नरसंहार किया गया था। हमारे 3000 लोग मारे गए... ऐसा नहीं है कि वह इस सब से अनजान हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "वह (राहुल गांधी) काफी लंबे समय से राजनीति में हैं। इसलिए उन्हें इस बात का एहसास होना चाहिए कि अगर वह देश के बाहर या देश के अंदर भी हैं। इस तरह के बयान देंगे तो उनका मजाक उड़ाया जाएगा। यह एक ऐसा बयान है जिसकी कड़ी से कड़ी निंदा की जानी चाहिए...वह देश से बाहर रहने वाले हमारे भाइयों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं...वह बिना किसी आधार के बयान दे रहे हैं।''
दरअसल, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने वर्जीनिया के हर्नडॉन में एक कार्यक्रम के दौरान भारत में सिखों की धार्मिक स्वतंत्रता पर विवादित टिप्पणी की थी।
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक राहुल गांधी ने कहा, "(भारत में) लड़ाई इस बात को लेकर है कि क्या एक सिख को भारत में पगड़ी पहनने की इजाजत दी जाएगी...क्या एक सिख को भारत में 'कड़ा' पहनने की इजाजत दी जाएगी या वह गुरुद्वारा जा सकेगा...लड़ाई इसी बात को लेकर है, और यह सिर्फ सिखों के लिए नहीं है, यह सभी धर्मों के लिए है..."
इस बीच भारतीय जनता पार्टी के नेता आरपी सिंह ने कहा कि वह विवादास्पद बयान देने के लिए राहुल गांधी के खिलाफ मामला दर्ज करने के तरीके तलाश रहे हैं। समाचार एजेंसी एएनआई ने सिंह के हवाले से कहा, "मैं उनके खिलाफ मामला दर्ज करूंगा। मैं उन्हें अदालत में घसीटूंगा।"