SP प्रवक्ता राजीव राय का दावा, बोले- 15 घंटे की पूछताछ और छापेमारी में आयकर विभाग को महज 17,500 रुपये मिले

15 घंटे तक चली इस छापेमारी में आईटी विभाग ने कॉल डिटेल, ईमेल, हार्ड डिस्क और कंप्यूटर भी जब्त किए हैं

अपडेटेड Dec 19, 2021 पर 6:07 PM
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मऊ के सहदतपुरा स्थित राजीव राय के आवास समेत उनके 4 ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की

आयकर विभाग (Income Tax Department) ने शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता राजीव राय (Rajeev Rai) के परिसरों पर 15 घंटे तक हुई छापेमारी में 17,500 रुपये की नकदी बरामद की।

राजीव राय के मऊ स्थित आवास पर शनिवार (18 दिसंबर) सुबह से ही आयकर विभाग की टीम की ओर से छापेमारी की कार्रवाई की गई। सपा नेता ने दावा किया कि लगभग 15 घंटे से ज्यादा तक चली इस कार्रवाई में आयकर टीम को महज साढ़े 17 हजार रुपये ही मिले।

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15 घंटे तक चली इस छापेमारी में आईटी विभाग ने कॉल डिटेल, ईमेल, हार्ड डिस्क और कंप्यूटर भी जब्त किए हैं। मऊ के सहदतपुरा स्थित राजीव राय के आवास समेत उनके चार ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की। राय ने कहा कि केंद्र सरकार के इशारे पर मेरे परिवार को बंधक बनाकर आयकर विभाग ने छापेमारी की।

इंडिया टुडे के मुताबिक, राय ने पत्रकारों से कहा कि अधिकारी मेरे साथ गलत बर्ताव नहीं कर रहे थे यह बात मैं झूठ नहीं बोलूंगा, लेकिन जो काम दो घंटे में हो जाता, सुबह से मेरे मां-बाप, परिवार को बंधक बनाकर रखा गया। उन्होंने आरोप लगाया कि मेरे रिश्तेदारों को बंधक बनाकर रखा गया। यह कहीं ना कहीं ऊपरी ताकत दिखा रही थी।

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उनके मुताबिक, इससे पहले कभी न उन्हें कोई नोटिस मिला और न ही पूछताछ हुई। सपा नेता ने अपने सभी साथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मैं भावुक और अभिभूत हूं। मैं अपने सारे कार्यकर्ताओं के सामने नतमस्तक हूं। 15 घंटे की पूछताछ में उनको 17 हजार रुपये मिले हैं। कुछ भी नहीं मिला है।

राय ने कहा कि मैं स्वागत करता हूं योगी जी, मोदी जी और भी भेजिए। मेरे नाम के सामने ना आज तक कोई आपराधिक रिकॉर्ड था, ना है और ना कभी आगे रहेगा। मैं जनेश्वर मिश्रा का शिष्य हूं और अखिलेश यादव और नेताजी का सिपाही हूं और समाजवादी कार्यकर्ता हूं। हम नहीं डरेंगे।

आईटी विभाग के सूत्रों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर कई छापे मारे गए। आरसीएल ग्रुप के प्रमोटर मनोज यादव के मैनपुरी में और अखिलेश यादव के एक अन्य करीबी जैनेंद्र यादव के लखनऊ के परिसर की भी आज तलाशी ली गई।

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