Sanjauli Mosque Row: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली में मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर एक बार फिर से हिंदू संगठनों ने बुधवार (11 सितंबर) को बड़ा विरोध-प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड्स को गिरा दिया। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज और पानी की बौछारें कीं। प्रदर्शन के दौरान शिमला में ढली सुरंग के पूर्वी पोर्टल पर तनाव की स्थिति पैदा हो गई। हिंदू संगठनों के सदस्यों सहित प्रदर्शनकारियों ने अपनी विरोध रैली के दौरान सुरंग पर लगी बैरिकेडिंग को जबरन हटाने की कोशिश की। मस्जिद की तरफ बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों को रोहने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
हिमाचल प्रदेश के संजौली इलाके में मस्जिद के कथित अवैध निर्माण का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने वाटर कैनन से पानी की बौछार की। प्रदर्शनकारियों की सुरक्षा बलों के साथ कई बार झड़प हुई। प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारी ढली सुरंग पूर्वी पोर्टल पर लगे बैरिकेडिंग को हटाकर आगे बढ़ गए। प्रदर्शनकारियों ने संजौली में अवैध मस्जिद को गिराने की मांग की।
मलाणा क्षेत्र में 1 सितंबर को एक व्यवसायी पर कथित तौर पर मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने हमला कर दिया था जिसके परिणामस्वरूप यह प्रदर्शन किया गया। घटना के तुरंत बाद, लोग संजौली के बाहर मलाणा क्षेत्र में इकट्ठा हुए और वहां एक मस्जिद को गिराने की मांग की।
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि मस्जिद सरकारी जमीन पर बनी है। यह मामला पिछले 14 वर्षों से अदालत में विचाराधीन है। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि किसी भी अतिक्रमणकारी के खिलाफ कार्रवाई में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
पुलिस ने प्रदर्शनकारी को हिरासत में लिया
शिमला के संजौली में अवैध मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन करने पर पुलिस ने बुधवार सुबह एक व्यक्ति को हिरासत में लिया। प्रदर्शनकारी की पहचान कमल गौतम के रूप में हुई है, जो संजौली पहुंचा और विरोध प्रदर्शन करने लगा। बताया जा रहा है कि वह हिंदू जागरण मंच नामक हिंदू संगठन का नेता है। उसे संजौली चौक से उस समय हिरासत में लिया गया, जब वह ढली सुरंग की ओर जा रहा था। हिंदू संगठनों ने लोगों से ढली आने का आह्वान किया था, जहां से उन्होंने अपना जुलूस शुरू करने की योजना बनाई थी। संजौली में अवैध मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन के मद्देनजर संजौली इलाके में क्विक रिस्पांस टीम (QRT) के साथ 1,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
लोगों से संजौली आने के आह्वान के मैसेज और वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किए गए थे। किसी भी सांप्रदायिक तनाव से बचने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने संजौली और आसपास के इलाकों में सुबह 7 बजे से रात 11.59 बजे तक किसी भी तरह के विरोध और जुलूस निकालने पर प्रतिबंध लगा दिया है। शिमला जिला प्रशासन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा जारी की।