Shahjahan Sheikh Arrested: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने के आरोपी तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता शाहजहां शेख (Shahjahan Sheikh) को 55 दिन बाद गुरुवार (29 फरवरी) सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। वकील राजा भौमिक ने कोर्ट के बाहर पत्रकारों को बताया, "शाहजहां शेख की 14 दिन की पुलिस हिरासत मांगी गई थी लेकिन कोर्ट ने 10 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है।"
पुलिस ने बताया कि शेख को उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि से लगभग 30 किलोमीटर दूर मिनाखान में एक घर से गिरफ्तार किया गया। उसने बताया कि शेख कुछ साथियों के साथ उस घर में छिपा था। गिरफ्तार करने के बाद उसे बशीरहाट अदालत ले जाया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि वह फिलहाल हवालात में है और उसे दिन में अदालत में पेश किया जाएगा।
कोर्ट की नाराजगी के बाद हुई गिरफ्तारी
कलकत्ता हाई कोर्ट के बुधवार को कहा था कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI), प्रवर्तन निदेशालय (ED) या पश्चिम बंगाल पुलिस शेख को गिरफ्तार कर सकती है। इसके 24 घंटे के भीतर ही शेख को हिरासत में ले लिया गया। राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने शेख की गिरफ्तारी के लिए सोमवार रात राज्य सरकार को 72 घंटे की समयसीमा दी थी। राज्यपाल ने कहा, "अंधकार के बाद उजाला जरूर होता है। मैं इसका स्वागत करता हूं।"
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि शेख का पता उसके मोबाइल फोन की लोकेशन से चला। उन्होंने कहा, शेख समय-समय पर अपना स्थान बदल रहा था। उसके मोबाइल फोन के टावर की "लोकेशन से उसका पता लगाया गया।" पुलिस ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कोलकाता से लगभग 65 किलोमीटर दूर बशीरहाट अदालत में भारी पुलिस बल तैनाती किया गया है। हालात को नियंत्रित करने के लिए संदेशखाली के कुछ हिस्सों में अतिरिक्त बल भी तैनात किया गया है।
100 से अधिक शिकायतें दर्ज
पुलिस ने बताया कि पिछले कुछ हफ्तों में शेख के खिलाफ 100 से अधिक शिकायतें दर्ज की गईं। इस दौरान उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर महिलाओं के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन हुआ। उन्होंने बताया कि शेख के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376D (सामूहिक दुष्कर्म) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले शेख के करीबी सहयोगी शिवप्रसाद हाजरा और उत्तम सरदार को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके अलावा, उसके एक अन्य सहयोगी अजीत मैती को भी जमीन हड़पने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने बताया कि ज्यादातर शिकायतकर्ताओं ने दावा किया कि शाहजहां ने लोगों की जमीन पर कब्जा कर लिया और इलाके की महिलाओं पर अत्याचार किया। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में 5 जनवरी को लगभग 1,000 लोगों की भीड़ ने ED के अधिकारियों पर उस वक्त हमला कर दिया था जब वे राज्य में कथित राशन वितरण घोटाले की जांच के सिलसिले में शेख के परिसर पर छापेमारी के लिए गए थे।