तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को कड़ी चेतावनी दी।उन्होंने कहा कि अगर वह "राजनीतिक पसंद और नापसंद" के आधार पर शासन करते हैं, तो उन्हें राजनीतिक रूप से अलग-थलग होने का सामना करना पड़ सकता है। स्टालिन ने बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए बजट में किए गए ऐलानों को लेकर पीएम मोदी की आलोचना करते हुए X पर एक पोस्ट किया। इसमें उन्होंने कहा, "मोदी अपनी सरकार को बनाए रखने के लिए अपने साथियों को खुश कर सकते हैं, लेकिन इससे पूरे देश को कोई फायदा नहीं होगा।"
स्टालिन ने पोस्ट में लिखा, "INDIA गठबंधन के सांसदों ने केंद्रीय वित्तीय रिपोर्ट में कई राज्यों को शामिल न किए जाने के विरोध में विरोध प्रदर्शन किया है। माननीय प्रधान मंत्री जी, आपने कहा, 'चुनाव खत्म हो गया है, अब हमें देश के बारे में सोचना है', लेकिन कल आया बजट आपकी सरकार तो बचाएगा, लेकिन भारत देश को नहीं!"
उन्होंने आगे लिखा, "सामान्य तौर पर सरकार चलाएं। उन लोगों से बदला लेने पर आमादा न हों, जिन्होंने आपको अभी तक हराया है। मैं आपको यह सलाह देना चाहता हूं कि अगर आप राजनीतिक पसंद-नापसंद के अनुसार सरकार चलाएंगे, तो आप अलग-थलग पड़ जाएंगे।"
NITI आयोग की बैठक किया बहिष्कार
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय बजट में राज्य की पूरी तरह से अनदेखी की गई और वो 27 जुलाई को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली NITI आयोग की बैठक का बहिष्कार करेंगे।
स्टालिन ने बजट को बेहद निराशाजनक करार देते हुए कहा कि क्योंकि केंद्र सरकार ने तमिलनाडु को पूरी तरह से नजरअंदाज किया है, इसलिए NITI आयोग की बैठक का बहिष्कार करना ही सही होगा।
स्टालिन ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "तमिलनाडु के अधिकारों को बरकरार रखने के लिए, हम जनता की अदालत में लड़ाई जारी रखेंगे।”
योजनाओं के लागू होने पर स्टालिन ने उठाए सवाल
स्टालिन ने बिहार और आंध्र प्रदेश की ओर इशारा करते हुए कहा कि ‘अल्पमत वाली बीजेपी’ को ‘बहुमत वाली बीजेपी’ बनाने वाले क्षेत्रीय दलों को संतुष्ट करने के लिए बजट में कुछ राज्यों के लिए योजनाओं की घोषणा की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने भले ही ऐसी योजनाओं की घोषणा की है, लेकिन इस बात को लेकर संदेह है कि इन्हें लागू किया जाएगा या नहीं।