Tamil Nadu Lok Sabha elections 2024-Phase 1: तमिलनाडु में द्रविड़ दलों को चुनौती देने वाली ताकत के रूप में उभरने की भारतीय जनता पार्टी (BJP) की महत्वाकांक्षा और देश में अपना वर्चस्व बरकरार रखने की प्रतिबद्धता की शुक्रवार 19 अप्रैल को कड़ी परीक्षा होगी। 7 चरण के लोकसभा चुनाव के तहत पहले चरण का मतदान शुक्रवार से शुरू होगा। पहले चरण में 102 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान के साथ सत्तारूढ़ पार्टी के लिए काफी कुछ दांव पर लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और अधिक बहुमत मांग रहे हैं। 950 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला लगभग 6.23 करोड़ मतदाता करेंगे जो लगभग 68,000 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A.) के लिए भी चुनौती कम नहीं है जिसके कई घटक दल अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं। 2014 तथा 2019 के चुनावों में हार के बाद वापसी की उम्मीद कर रहे हैं। एक ओर जहां जे. जयललिता की मौत के बाद मुख्य विपक्षी दल अन्नाद्रमुक संघर्ष कर रहा है तो वहीं बीजेपी के जोरदार प्रयासों ने तमिलनाडु में चुनावी मुकाबले को रोमांचक बना दिया है।
पीएम मोदी ने की ताबड़तोड़ रैलियां
राज्य में सभी 39 लोकसभा सीटों पर शुक्रवार को मतदान होगा। बीजेपी 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्य में अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी। पीएम मोदी ने भाजपा का नेतृत्व करते हुए चुनाव की घोषणा से काफी पहले ही राज्य के कई दौरे किए और वहां पर कई रैलियां तथा रोड शो भी कर रहे हैं। कुछ छोटे दलों को अपने पाले में शामिल करने वाली भाजपा भ्रष्टाचार के अलावा सनातन धर्म के कथित अपमान के लिए सत्तारूढ़ द्रमुक मुन्नेत्र कषगम (DMK) को सीधी चुनौती देकर उस राज्य की पारंपरिक राजनीति को पलटना चाहती है जो अभी तक हिंदुत्व की राजनीति से उदासीन रहा है।
राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने राज्य में भाजपा के मत प्रतिशत में बड़ी वृद्धि का अनुमान जताया है। जबकि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई (K. Annamalai) ने दावा किया कि राज्य में उसकी सीटें दोहरे अंकों में आएगी। यह ऐसा राज्य है जहां भाजपा ने अन्नामलाई के प्रतिनिधित्व में अपने क्षेत्रीय नेतृत्व पर काफी भरोसा किया है। राजनीति में आने के लिए भारतीय पुलिस सेवा (IPS) से इस्तीफा देने वाले अन्नामलाई कोयंबटूर से चुनाव लड़ रहे हैं।
4 जून को जब राज्य में नतीजे आएंगे तो इसका व्यापक असर होगा। यदि तमिलनाडु में भाजपा की महत्वाकांक्षाओं और अपील की एक परीक्षा है तो पहले चरण में अन्य क्षेत्रों में भी कई और समीकरण बन रहे हैं। भाजपा की अगुवाई वाली रष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने 2019 में इन 102 सीटों में से 39 पर जीत हासिल की थी जिनमें राजस्थान, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में क्रमश: 12, पांच और तीन सीटें शामिल हैं। उसके मौजूदा सहयोगियों के पास इनमें से 7 सीटें हैं।