Wrestlers Protest: नए संसद भवन की तरफ मार्च कर रहे थे पहलवान, पुलिस ने हिरासत में लिया, समर्थन में आए किसान नेताओं को भी रोका
इससे पहले लुटियंस दिल्ली में हजारों पुलिसकर्मियों को दिल्ली की सीमाओं पर तैनात किया गया और कई लेयर के बैरिकेड्स भी लगाए गए, क्योंकि विरोध करने वाले पहलवानों ने पहले ही नए संसद भवन की ओर मार्च करने का ऐलान किया था। शनिवार को प्रदर्शनकारी पहलवानों ने कहा कि उन्होंने नए संसद भवन के सामने महिला महापंचायत आयोजित करने का फैसला किया है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने वाले थे
Wrestlers Protest: नए संसद भवन की तरफ मार्च कर रहे थे पहलवान, पुलिस ने हिरासत में लिया (PHOTO- PTI)
Wrestlers Protest: जिस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) देश को नई संसद की सौगात दे रहे थे, उसी वक्त दिल्ली के जंतर-मंतर (Jantar Mantar) पर बैठे प्रदर्शनकारी पहलवानों (Wrestlers) ने संसद की तरफ मार्च किया। हालांकि, सुरक्षाकर्मियों ने मार्च कर रहे पहलवानों को हिरासत में ले लिया। पहलवान नई संसद के सामने महिला महापंचायत (Mahila Panchayat) करना चाहते थे। बजरंग पुनिया (Bajrang Punia), विनेश फोगट (Vinesh Phogat) और साक्षी मलिक (Sakshi Malik) के नेतृत्व में आंदोलनकारी पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण सिंह (Brij Bhushan Singh) की गिरफ्तारी की मांग की है, जिन्होंने आरोप लगाया कि उन्होंने कई महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न किया।
इससे पहले लुटियंस दिल्ली में हजारों पुलिसकर्मियों को दिल्ली की सीमाओं पर तैनात किया गया और कई लेयर के बैरिकेड्स भी लगाए गए, क्योंकि विरोध करने वाले पहलवानों ने पहले ही नए संसद भवन की ओर मार्च करने का ऐलान किया था।
शनिवार को प्रदर्शनकारी पहलवानों ने कहा कि उन्होंने नए संसद भवन के सामने महिला महापंचायत आयोजित करने का फैसला किया है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने वाले थे।
जंतर-मंतर पर अफरातफरी के बीच पहलवानों और पुलिस अधिकारियों ने एक-दूसरे को धक्का दिया और विनेश फोगाट और उनकी बहन संगीता फोगाट ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की। पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया और जबरदस्ती बसों में बिठाया।
PTI के मुताबिक, कानून और व्यवस्था के स्पेशल CP दीपेंद्र पाठक ने कहा, "उन्हें कानून और व्यवस्था का उल्लंघन करने के आरोप में हिरासत में लिया गया है। हम जांच के बाद कानूनी कार्रवाई करेंगे।"
पुलिस अधिकारियों को जंतर-मंतर विरोध स्थल से चीजों को हटाते हुए भी देखा गया, जहां पहलवानों ने 23 अप्रैल को भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ अपना आंदोलन फिर से शुरू किया था।
पहलवानों के ‘महिला सम्मान महापंचायत' के आह्वान के बाद दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर सुरक्षा कड़ी कर दी थी।
रविवार को लुटियंस दिल्ली इलाके में हजारों पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था और कई जगत बैरिकेड लगाए गए।
संसद भवन से करीब दो किलोमीटर दूर बैठकर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने कहा था कि वे किसी भी कीमत पर नए संसद भवन के पास अपनी ‘महापंचायत’ करेंगे।
हालांकि, पुलिस ने कहा कि किसी भी प्रदर्शनकारी को नए भवन की ओर नहीं जाने दिया जाएगा, क्योंकि इसके लिए अनुमति नहीं दी गई है और पहलवानों को किसी भी ‘राष्ट्र-विरोधी गतिविधि’ में शामिल नहीं होना चाहिए।
ओलंपिक मेडल विजेता बजरंग पूनिया, साक्षी और एशियाई खेलों की स्वर्ण विजेता विनेश सहित आंदोलनकारी पहलवान WFI के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं, जिन पर उन्होंने कई महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। पहलवानों ने कहा था कि पुलिस का बल प्रयोग उन्हें शांतिपूर्ण मार्च और महापंचायत से नहीं रोक पाएगा।
किसान नेताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया
दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के समर्थन में बुलायी गयी 'महिला महापंचायत' में शामिल होने के लिए समर्थकों के साथ राष्ट्रीय राजधानी की ओर बढ़ रहे हरियाणा के कई किसान नेताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। किसान संगठन ‘भारतीय किसान यूनियन’ (BKU) (चढूनी) ने यह दावा किया।
महिला महापंचायत के मद्देनजर, पंजाब, दिल्ली और हरियाणा की सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और कई स्थानों पर पुलिस कर्मियों की भारी तैनाती के साथ अवरोधक लगा दिए गए है।
एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने सुबह अंबाला शहर के पास हरियाणा-पंजाब सीमा पर सैकड़ों किसानों को रोक लिया। उन्होंने बताया कि कुरुक्षेत्र में BKU के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी को कानून के संबंधित प्रावधानों के तहत हिरासत में लिया गया।
संगठन ने दावा किया कि कुछ दूसरे किसान नेताओं को दिल्ली पहुंचने से रोकने के लिए हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों में पुलिस ने हिरासत में लिया है।