Rain Updates: मौसम विभाग (IMD) के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई के शुरूआती आठ दिनों में देश के ज्यादातर हिस्सों में अच्छी-खासी बारिश (Rain) हुई, जिसने देशभर में बारिश में कमी की भरपाई कर दी है। मानसून (Monsoon) आने के बाद से अब तक 243.2 मिलीमीटर (mm) बारिश हुई है, जो सामान्य रूप से होने वाली बारिश 239.1 mm से दो प्रतिशत ज्यादा है। देश में अलग-अलग जगहों पर बारिश की मात्रा में काफी अंतर है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश के पूर्वी और उत्तरी-पूर्वी हिस्सों में 17 प्रतिशत कम (सामान्य रूप से होने वाली 454 mm के मुकाबले 375.3 mm) बारिश हुई है, जबकि उत्तर भारत में 59 प्रतिशत (सामान्य रूप से होने वाली 125.5 mm के मुकाबले 199.7 mm) ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।
मध्य भारत में सामान्य रूप से होने वाली 255.1 mm के मुकाबले चार प्रतिशत ज्यादा 264.9 mm बारिश दर्ज की गई है। इलाके में काफी संख्या में किसान खेतीबाड़ी के लिए मानसून की बारिश पर निर्भर रहते हैं।
दक्षिण भारत में बारिश की कमी 45 प्रतिशत से घटकर 23 प्रतिशत रह गई है।
जून के आखिर तक देश में 148.6 mm बारिश दर्ज की गई थी, जो सामान्य से 10 प्रतिशत कम थी। लेकिन पिछले एक हफ्ते में हुई मूसलाधार बारिश से स्थिति में काफी सुधार हुआ है।
मौसम विभाग ने इससे पहले, जुलाई में 94 से 106 प्रतिशत लंबे समय तक बारिश होने का पूर्वानुमान किया था। वहीं, उत्तर-पश्चिम, उत्तर-पूर्व और दक्षिण-पूर्वी भारत में कई जगहों पर सामान्य से कम बारिश होने की उम्मीद है।
शनिवार से उत्तर भारत के कई हिस्सों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने नए रिकॉर्ड बनाए हैं।
दिल्ली में शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटों में 153 mm बारिश हुई, जो जुलाई 1982 के बाद एक दिन में हुई सबसे ज्यादा बारिश है। चंडीगढ़ और अंबाला में क्रमश: 322.2 mm और 224.1 mm बारिश दर्ज की गई।
उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, तटीय कर्नाटक और गुजरात में कई इलाकों पर ‘भारी से बहुत भारी बारिश’ दर्ज की गई है।