Rajouri Encounter: जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के दो कैप्टन समेत चार जवान शहीद

Rajouri Encounter: जैश के कुछ अलग-अलग समूह हैं जिन्हें बाजीमल क्षेत्र के पास गुलाबगढ़ वन क्षेत्र में घेर लिया गया है। ये एक पुराना ग्रुप है, जिसे शुरुआत में 5 अक्टूबर को देखा गया था, जिसके बाद शुरुआती गोलीबारी हुई जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। पुलिस ने बताया कि धर्मसाल के बाजीमाल इलाके में सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त घेराबंदी और तलाश अभियान के दौरान आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ शुरू हो गई

अपडेटेड Nov 22, 2023 पर 8:03 PM
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Rajouri Encounter: राजौरी जिले के कालाकोट इलाके में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ स्थल के पास एक सैन्य अधिकारी के शव को ले जाते सेना के जवान और स्थानीय लोग (PHOTO-PTI)

Rajouri Encounter: जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में राजौरी के सोलकी इलाके में चल रही मुठभेड़ (Encounter) में दो कैप्टन समेत चार सैन्यकर्मी शहीद हो गए हैं। पुलिस ने कहा कि राजौरी के कालाकोट इलाके में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी फंस गए। पुलिस ने कहा कि घेराबंदी और तलाशी अभियान के बाद धर्मसाल के बाजीमल इलाके में आतंकवादियों और सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त बलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। गोलीबारी में कई सैनिक भी घायल हो गए।

जैश के कुछ अलग-अलग समूह हैं जिन्हें बाजीमल क्षेत्र के पास गुलाबगढ़ वन क्षेत्र में घेर लिया गया है। ये एक पुराना ग्रुप है, जिसे शुरुआत में 5 अक्टूबर को देखा गया था, जिसके बाद शुरुआती गोलीबारी हुई जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।


पुलिस ने बताया कि धर्मसाल के बाजीमाल इलाके में सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त घेराबंदी और तलाश अभियान के दौरान आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ शुरू हो गई।

स्थानीय निवासियों ने बताया कि इलाके में सक्रिय आतंकवादियों का पता लगाने के लिए रविवार से ही घेराबंदी और तलाशी अभियान जारी है।

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एक ग्रामीण ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया, "ऑपरेशन के कारण हमें घर पर ही रहने और बाहर न निकलने के लिए कहा गया था। हमारे बच्चे घर पर ही रहे और स्कूल नहीं गए।" उन्होंने बताया कि गांव के नजदीक जंगल वाले इलाके में मुठभेड़ जारी है।

अधिकारियों ने कहा कि शुरुआती तौर पर ऐसा लगता है कि बाजीमाल में मुठभेड़ स्थल पर घेरे गए दोनों आतंकवादी विदेशी नागरिक हैं और रविवार से इलाके में घूम रहे थे। उन्होंने कहा कि आतंकियों ने एक उपासना स्थल पर भी शरण ली थी।

डेढ़ साल में आतंकवादी घटनाएं बढ़ी

राजौरी और पुंछ के सीमावर्ती जिलों में पिछले डेढ़ साल में आतंकवादी घटनाएं बढ़ी हैं। 17 नवंबर को राजौरी जिले के गुलेर बेहरोटे इलाके में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया था।

7 अगस्त को पुंछ जिले के देगवार इलाके में सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश को सेना ने नाकाम करते हुए एक आतंकवादी को मार गिराया था।

5 मई को राजौरी जिले की केसरी पहाड़ियों में आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे।

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