Rakesh Jhunjhunwala Death News: बिगबुल राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) अब इस दुनिया में नहीं रहे। 62 साल की उम्र में उनका निधन हो गया है। ब्रिच कैंडी अस्पताल ने इस बात की जानकारी दी है। वह 62 साल के थे और किडनी की समस्या से जूझ रहे थे। अपने शानदार इनवेस्टमेंट की वजह से उन्हें भारत का वॉरेन बफे भी कहा जाता था। सूत्रों के मुताबिक, उन्हें रविवार सुबह 6.45 पर मुंबई के कैंडी ब्रीच अस्पताल में भर्ती कराया था जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। राकेश झुनझुनवाला किडनी की समस्या से जूझ रहे थे। एक हफ्ता पहले ही वह अस्पताल से लौटे थे।
राकेश झुनझुनवाला के निधन की खबर ऐसे समय आई है जब हाल में उन्होंने अपनी एयरलाइन शुरू की है। इसका नाम Akasa Air है। राकेश झुनझुनवाला हाल ही में एयरलाइन बिजनेस में शुरू हुए थे। Akasa Air का कमर्शियल ऑपरेशन इसी महीने शुरू हुआ था। यह राकेश झुनझुनवाला का सबसे बड़ा बिजनेस वेंचर था। Akasa Air की पहली फ्लाइट की शुरुआत मुंबई से अहमदाबाद के लिए हुई थी। राकेश झुनझुनवाला ने जेट एयरवेज के पूर्व CEO ड्यूब और IndiGo के पूर्व हेड आदित्य घोष को Akasa Air शुरू करने की जिम्मेदारी दी थी।
राकेश झुनझुनवाला हंगामा मीडिया और Aptech के चेयरमैन भी थे। इसके साथ ही वह Viceroy Hotels, Concord Biotech, प्रोवोग इंडिया और जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के डायरेक्टर भी थे। उन्होंने अपने इनवेस्टमेंट सफर की शुरुआत 1985 में सिर्फ 5000 रुपए से की थी और 2018 तक उनकी वेल्थ बढ़कर 5.8 अरब डॉलर पहुंच गई थी। Forbes की रिपोर्ट के मुताबिक, राकेश झुनझुनवाला भारत के 36वें सबसे अमीर शख्स थे। राकेश झुनझुनवाला की खासियत थी कि वो इनवेस्टमेंट और ट्रेडिंग दोनों करने में माहिर थे। यही वजह रही कि उनके पोर्टफोलियो में कई बेहतरीन शेयर थे।
कैसे हुई इनवेस्टमेंट के सफर की शुरुआत?
राकेश झुनझुनवाला अक्सर अपने पिता को उनके दोस्त के साथ शेयर बाजार की बातें करते हुए सुनते थे। उन दोनों की बातचीत सुनकर ही राकेश झुनझुनवाला की दिलचस्पी मार्केट में बढ़ी। राकेश झुनझुनवाला ने एक बार कहा था कि उनके पिता हमेशा उन्हें पेपर पढ़ने की सलाह देते थे ताकि यह पता चल सके कि बाजार में उतारचढ़ाव की वजह क्या है।
राकेश झुनझुनवाला की शेयर बाजार में दिलचस्पी देखकर उनके पिता ने उन्हें निवेश करने की अनुमति तो दी लेकिन कोई वित्तीय मदद नहीं किया। इतना ही नहीं राकेश झुनझुनवाला को किसी दोस्त से पैसे लेने को भी मना कर दिया था।
लेकिन राकेश झुनझुनवाला की खासियत थी कि वह किसी रिस्क लेने से डरते नहीं थे। उन्होंने अपने भाई के क्लाइंट से पैसे लिए और वादा किया कि वो FD से ज्यादा रिटर्न देंगे। इस भरोसे पर उन्हें पैसे मिल गए।
1986 में राकेश झुनझुनवाला ने 5000 रुपए निवेश किए थे जिसपर उन्हें तगड़ा रिटर्न मिला था। तब उन्होंने 43 रुपए में Tata Tea के शेयर खरीदे थे। सिर्फ तीन महीनों के भीतर Tata Tea के शेयर 43 रुपए से बढ़कर 143 रुपए के हो गए थे। उन्हें तीन गुना मुनाफा हुआ था। सिर्फ तीन साल में राकेश झुनझुनवाला ने 20-25 लाख रुपए का प्रॉफिट कमाया था।
राकेश झुनझुनवाला ने पिछले कुछ सालों में Titan, CRISIL, Sesa Goa, प्राज इंडस्ट्रीड, Aurobindo Pharma और NCC में जमकर पैसा लगाया था। 2008 की आर्थिक मंदी में राकेश झुनझुनवाला का पोर्टफोलियो 30% तक गिर गया था लेकिन 2012 में इनका पोर्टफोलियो फिर रिकवर हो गया।