Ram Mandir: ताज से लेकर रेडिसन तक... अयोध्या में बनने जा रहे बड़े-बड़े होटल, राम मंदिर समारोह के बाद हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में आएगा बूम
Ram Mandir Inauguration: टाटा ग्रुप के तहत हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में एक प्रमुख खिलाड़ी, इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (IHCL) ने पहले से ही अयोध्या में दो प्रोजेक्ट तय कर लिए हैं, जिनमें उनके फेमस ब्रांड, ताज होटल्स और विवांता शामिल हैं। प्राण प्रतिष्ठा समारोह ने होटल के कमरे की बुकिंग में इजाफा कर दिया है। दावा किया जा रहा है कि अभिषेक तिथि से लगभग पांच महीने पहले, सितंबर और अक्टूबर के बीच अयोध्या में 4,000 कमरे बुक किए गए थे
Ram Mandir: ताज से लेकर रेडिसन तक... अयोध्या में बनने जा रहे बड़े-बड़े होटल, राम मंदिर समारोह के बाद हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में आएगा बूम
Ram Mandir Inauguration: धर्म नगरी अयोध्या (Ayodhya) 22 जनवरी को राम मंदिर (Ram Mandir) प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए तैयार हो रही है, इसमें हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री (Hospitality Industry) सबसे आगे खड़ी है, जो लगभग एक लाख लोगों का रोजाना स्वागत करने के लिए तैयार है। धार्मिक पर्यटन में इस उछाल से अयोध्या की स्थानीय अर्थव्यवस्था (Economy) पर जबरदस्त प्रभाव पड़ने की उम्मीद है, जिससे राम मंदिर विकास और बदलाव का केंद्र बिंदु बन जाएगा। देश भर की प्रमुख होटल चेन (Hotel Chain) ने अयोध्या की क्षमता को पहचाना है। कई महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट आने वाले दिनों में यहां शुरू होने वाले हैं।
टाटा ग्रुप के तहत हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में एक प्रमुख खिलाड़ी, इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (IHCL) ने पहले से ही अयोध्या में दो प्रोजेक्ट तय कर लिए हैं, जिनमें उनके फेमस ब्रांड, ताज होटल्स और विवांता शामिल हैं।
IHCL के रवि सिंह कहते हैं, "हम अयोध्या को एक उभरते हुए केंद्र के रूप में देखते हैं, और हमारे प्रोजेक्ट शहर के विकास में योगदान देने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। अयोध्या का ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व इसे एक आकर्षक डेस्टिनेशन बनाता है।"
मैरियट इंटरनेशनल, सरोवर होटल्स एंड रिसॉर्ट्स, विंडहैम होटल्स एंड रिसॉर्ट्स और JLL ग्रुप समेत दूसरे प्रमुख होटल चेन भी अयोध्या में महत्वपूर्ण निवेश कर रही हैं। हॉस्पिटैलिटी सेक्टर विकसित हो रहा है। रेडिसन का Park Inn जैसे नए खिलाड़ी भी मैदान में उतर रहे हैं।
एक लोकल टूर ऑपरेटर अनन्या शर्मा ने कहा, "5 अगस्त, 2020 को राम मंदिर के भूमि पूजन समारोह के बाद एक साधारण शहर से एक हलचल भरे शहर में अयोध्या के बदलाव में तेजी आई। इसके बाद के डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स ने अयोध्या को आध्यात्मिक और आर्थिक महत्व दोनों के गंतव्य में बदल दिया है।"
अयोध्या में कुछ होटल प्रोजेक्ट:
- Panche Dreamworld LLP
· प्रोजेक्ट का नाम: O Rama Hotels and Resorts
· निवेशन: 140 करोड़ रुपए
· The Innovators Digital Ads Pvt. Ltd.
- Solitaire Ayodhya 5 Star
· निवेश: 100 करोड़ रुपए
· Evergreen Infrastructure Pvt. Ltd
- Shri Ramya Hotel
· निवेश: 90 करोड़ रुपए
· Samruddhi Swastik Trading and Investment Ltd.
- Vishranti Grah
· निवेश: 86 करोड़ रुपए
अयोध्या में मौजूदा 40 होटलों के बावजूद, घरेलू और विदेशी पर्यटकों की ओर से कमरों डिमांड में बढ़ोतरी ने मौजूदा एकोमोडेशन कैपेसिटी को कम कर दिया है।
होटल आभा पैलेस के मालिक और फैजाबाद होटल एसोसिएशन के सदस्य अरुण अग्रवाल चिंता जताते हैं, "वर्तमान में, अयोध्या में लगभग 40 होटल चल रहे हैं, और लगभग 3500 से 4000 कमरे उपलब्ध हैं। यह वर्तमान जरूरत से बहुत कम है।"
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद प्रतिदिन एक लाख लोगों के आने की उम्मीद स्थानीय हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के लिए एक चुनौती है।
अग्रवाल पूछते हैं, "हम 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद अयोध्या में लगभग एक लाख लोगों के रोजाना आने की उम्मीद कर रहे हैं। अगर केवल 10% या 20% लोग ही नाइट स्टे के लिए अयोध्या में रुकेंगे, तो उनके लिए कमरे कहां से आएंगे?"
होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ नॉर्दर्न इंडिया के अध्यक्ष गरीश ओबेरॉय, अयोध्या की हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री के लिए एक आशाजनक भविष्य की कल्पना करते हैं।
ओबेरॉय भविष्यवाणी करते हैं, "आने वाले दिनों में, लोग न केवल राम लला के दर्शन करने के लिए अयोध्या आएंगे, बल्कि वे समारोहों और अनुष्ठानों के लिए भी यहां आएंगे।"
ओबेरॉय ने अयोध्या की बहुमुखी भूमिका पर रोशनी डालते हुए कहा, "अयोध्या आध्यात्मिक व्यक्तियों के लिए विवाह स्थल भी बनेगी। न केवल शादियां, बल्कि लोग दूसरे पारिवारिक समारोह जैसे बच्चों का मुंडन समारोह और जन्मदिन भी अयोध्या में करना पसंद करेंगे।
अयोध्या में बढ़ी घरों में होम स्टे बनाने की मांग
देश भर से अयोध्या आने वाले राम लला के भक्तों के लिए, वर्तमान में स्थानीय लोगों के साथ रहने के लिए लगभग 550 'होम स्टे' सेंटर उपलब्ध हैं, जो स्थानीय व्यंजनों और संस्कृति का अनुभव करने का एक अनूठा मौका देते हैं। अयोध्या विकास प्राधिकरण को अपने घरों में होमस्टे सर्विस शुरू करने के इच्छुक स्थानीय लोगों से 600 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह बताते हैं, "होम स्टे सर्विस विजिटर्स के लिए स्थानीय लोगों के साथ रहकर अवध के स्थानीय व्यंजनों और संस्कृति का आनंद लेने का एक आदर्श अवसर होगी। पर्यटन विभाग और विकास प्राधिकरण इन केंद्रों में सही तरह से कामकाज हो, ये देखने के लिए उन पर नजर भी रखेंगे।"
प्राण प्रतिष्ठा समारोह ने होटल के कमरे की बुकिंग में इजाफा कर दिया है। दावा किया जा रहा है कि अभिषेक तिथि से लगभग पांच महीने पहले, सितंबर और अक्टूबर के बीच अयोध्या में 4,000 कमरे बुक किए गए थे।
जहां लोकप्रिय होटलों ने अपने रेट बरकरार रखे हैं, तो छोटे-मोटे प्रतिष्ठानों और धर्मशालाओं ने समारोह को देखते हुए अपनी कीमतों में बढ़ोतरी की है।
एक होटल मालिक ने खुलासा किया, "जहां किसी बड़े होटल में ₹2500 कमरे मिल रहा है, तो वहीं इसकी तुलना में छोटे होटल कमरे की बुकिंग के लिए ₹4000 चार्ज कर रहे हैं। प्रमुख होटलों में साल भर ग्राहकों का आना जाना लगा रहता है, इसलिए वे राम मंदिर समारोह के लिए अचानक टैरिफ नहीं बढ़ा सकते।"
इसी तरह का ट्रेंड धर्मशालाओं में भी देखने को मिल रहा है, जहां फेमस धर्मशालाओं ने अपने रेट बरकरार रखे हैं, तो वहीं कई दूसरे प्रतिष्ठान राम मंदिर समारोह के दौरान कमरे की बुकिंग के लिए ₹1200 से ₹1600 का चार्ज लेते हैं।
श्री राम होटल के मालिक अनूप गुप्ता कहते हैं, "कुछ होटलों ने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह की बुकिंग बंद कर दी है। 20 से 24 जनवरी के बीच सभी ने कमरे बुक करना शुरू कर दिया था, जिसके बाद हमने ऑनलाइन बुकिंग बंद कर दी है।"
होटल शेन अवध के मालिक सौरभ कपूर बताते हैं कि लगभग 80% कमरे पहले ही बुक हो चुके हैं, बाकी 20% जिला प्रशासन के निर्देशों के अनुसार, VVIPs के लिए रिजर्व हैं।
जैसा कि होटल व्यवसायी इस ऐतिहासिक घटना को देखने के लिए भक्तों की भारी आमद की तैयारी कर रहे हैं, होटल ओनर्स एसोसिएशन, अयोध्या, शहर के अकोमोडेशन की रूपरेखा तैयार करता है। अयोध्या में लगभग 150 होटल हैं, जिनमें 10 लक्जरी होटल, 25 बजट होटल, 115 इकोनॉमी होटल, 35 गैर-मान्यता प्राप्त गेस्ट हाउस, 50 धर्मशालाएं और 50 होमस्टे/पेइंग गेस्ट हाउस शामिल हैं, जो जिले में कुल 10,000 कमरे उपलब्ध कराते हैं।
गरीश ओबेरॉय ने आखिर में बदलाव की उस यात्रा पर जोर दिया, जिसके लिए अयोध्या तैयार है। उन्होंने कहा, "आने वाले दिनों में, अयोध्या न केवल एक आध्यात्मिक केंद्र होगा, बल्कि सांस्कृतिक और आर्थिक गतिविधियों का केंद्र भी होगा। हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री विजिटर्स के लिए आरामदायक और यादगार प्रवास सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार हो रहा है।"