शूटर मनु भाकर ने हाल ही में हुए पेरिस ओलिंपिक में भारतीयों को डबल खुशी दी। पिस्टल शूटर ने पेरिस खेलों में दो कांस्य पदक जीते, जिससे वह यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय बन गईं। मनु ने अपना पहला ब्रॉन्ज 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में जीता और फिर इस उपलब्धि को मिक्स टीम में दोहराया, जहां उन्होंने सरबजोत सिंह के साथ मिल कर कामयाबी हासिल की। उनके अलावा, भारत ने चार और मेडल जीते, जिसमें देश के सबसे प्रतिष्ठित एथलीट नीरज चोपड़ा का पुरुष भाला फेंक में सिल्वर मेडल शामिल था।
IOC सदस्य और रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी की ओर से पेरिस में इंडिया हाउस में आयोजित एक सम्मान समारोह के दौरान भी दोनों की मुलाकात हुई। मुलाकात के दौरान, नीरज ने मनु की मां से भी बातचीत की, जो समापन समारोह के लिए पेरिस में मौजूद थीं। मनु समारोह के दौरान भारत के ध्वजवाहकों में से एक थीं।
नीरज से बात करती दिखीं मनु की मां
नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) और मनु भाकर (Manu Bhaker) की बातचीत के फुटेज और इसी तरह शूटर की मां के साथ नीरज की बातचीत ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। कई लोगों ने तो दोनों को शादी के बंधन में बंधने का भी सुझाव दिया, जिस पर मनु भाकर के पिता राम किशन की प्रतिक्रिया भी आई।
क्या बोले नीरज और मनु के घर वाले?
दैनिक भास्कर से बातचीत में राम किशन ने सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा, "मनु अभी बहुत छोटी है। उसकी शादी की उम्र भी नहीं हुई है। अभी इस बारे में सोच भी नहीं रहा हूं।"
इसके बाद राम किशन ने कहा कि उनकी पत्नी नीरज को अपना बेटा मानती हैं। उन्होंने उन दोनों के बीच प्रेम भाव के बारे में बताते हुए कहा, "मनु की मां नीरज को अपने बेटे की तरह मानती हैं।"
इस बीच, नीरज के चाचा ने भी दोनों के बीच किसी भी रोमांटिक एंगल को खारिज कर दिया। NDTV की एक रिपोर्ट में उनके हवाले से कहा गया, "जैसे ही नीरज पदक लेकर आए, पूरे देश को इसके बारे में पता चल गया। उसी तरह, जब वह शादी करेंगे, तब सभी को पता चल जाएगा।"
दोनों ने कैसा किया प्रदर्शन?
मनु पेरिस में तीसरे मेडल के बेहद करीब पहुंच गई थीं, लेकिन उन्हें 25 मीटर पिस्टल फाइनल में चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा, जिसमें भारतीय और हंगरी की वेरोनिका मेजर के बीच कड़ी टक्कर देखी गई। दोनों के बीच बराबरी के अंक थे, जिसके कारण मेडल का फैसला शूट-ऑफ में करना पड़ा।
दूसरी ओर, नीरज ने पेरिस में क्वालीफायर में 89.34 मीटर के मजबूत थ्रो के साथ अपने अभियान की शुरुआत की, लेकिन फाइनल में वह अपनी पकड़ बनाने में असफल रहे। नीरज कुल छह में से केवल एक वैलिड थ्रो में सफल रहे, जो कि 89.45 मीटर था और उन्हें खेल के सबसे बड़े उत्सव में रजत पदक मिला।