Danish Kaneria News: अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में एक ब्रीफिंग में पाकिस्तान के पूर्व हिंदू क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने कहा कि भेदभाव के कारण उनका करियर बर्बाद हो गया। उन्होंने पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी पर लगातार इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव बनाने का आरोप लगाया है। कनेरिया ने कहा कि उन्हें पाकिस्तान में सम्मान नहीं मिला, जिसके कारण उनका क्रिकेट करियर बर्बाद हो गया। पाकिस्तान के क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले स्पिनर कनेरिया ने अपने खेल के दिनों में उनके साथ हुए भेदभाव के बारे में पहली बार खुलकर बात की है।
कनेरिया ने पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी पर धर्मांतरण का दबाव देने का गंभीर आरोप लगाया। न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार, पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की दुर्दशा पर चिंता जताते हुए दानिश कनेरिया ने कहा, "हम सभी यहां (अमेरिका) एकत्र हुए और अपने अनुभव साझा किए कि पाकिस्तान में हमारे साथ कैसा व्यवहार किया गया। हमने भेदभाव का सामना किया है और आज हमने इसके खिलाफ आवाज उठाई है।"
उन्होंने कहा, "मैंने भी बहुत भेदभाव का सामना किया है और मेरा करियर बर्बाद हो गया। मुझे पाकिस्तान में वह सम्मान और समान मूल्य नहीं मिला जिसका मैं हकदार था। इस भेदभाव के कारण, मैं आज अमेरिका में हूं। हमने जागरूकता बढ़ाने और अमेरिका को यह बताने के लिए बात की कि हमने कितना कुछ सहा है ताकि कार्रवाई की जा सके।"
पाकिस्तान के लिए 61 टेस्ट खेलने वाले दानिश कनेरिया देश की टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले दूसरे हिंदू क्रिकेटर हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शाहिद अफरीदी ने उन पर बार-बार इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव बनाया। उन्होंने खुलासा किया कि अफरीदी और अन्य खिलाड़ी उन्हें सामाजिक रूप से अलग रखते थे। इसके अलावा उन्हें साथ में खाने भी नहीं देते थे। केवल इंजमाम-उल-हक ऐसे क्रिकेटर थे जो उनके समर्थन में बात करते थे।
उन्होंने कहा, "मैं अपने करियर में अच्छा प्रदर्शन कर रहा था। काउंटी क्रिकेट भी खेल रहा था। इंजमाम-उल-हक ने मेरा बहुत समर्थन किया। ऐसा करने वाले वे एकमात्र कप्तान थे। उनके साथ शोएब अख्तर भी थे। शाहिद अफरीदी और कई अन्य पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने मुझे बहुत परेशान किया। मेरे साथ खाना नहीं खाया। शाहिद अफरीदी ही वह व्यक्ति थे जिन्होंने मुझे धर्म परिवर्तन करने के लिए कहा। उन्होंने कई बार ऐसा किया। इंजमाम-उल-हक कभी इस तरह से बात नहीं करते थे।"
वॉशिंगटन डीसी में पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की खराब स्थिति के मुद्दे पर गुरुवार (13 मार्च) को कांग्रेस की एक बैठक आयोजित की गई। इस मीटिंग में पाकिस्तान के आखिरी हिंदू क्रिकेटर दानिश कनेरिया भी शामिल हुए। कनेरिया ने कहा कि वो इस ब्रीफिंग के माध्यम से अमेरिकी लोगों को यह बताने का प्रयास कर रहे हैं कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को किस प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।