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Terror Funding Case: पटियाला हाउस कोर्ट ने आतंकी हाफिज सईद सहित इन लोगों के खिलाफ जारी किया गैर-जमानती वारंट

जम्मू-कश्मीर टेरर फंडिंग मामले में दिल्ली की एक अदालत ने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है

MoneyControl Newsअपडेटेड Feb 07, 2021 पर 5:34 PM
Terror Funding Case: पटियाला हाउस कोर्ट ने आतंकी हाफिज सईद सहित इन लोगों के खिलाफ जारी किया गैर-जमानती वारंट

जम्मू-कश्मीर टेरर फंडिंग मामले में दिल्ली की एक अदालत ने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख और 26/11 मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है। आतंकी हाफिज सईद के साथ कोर्ट ने कश्मीरी व्यापारी और आतंकियों से साठगांठ रखने वाले जहूर अहमद शाह वटाली, अलगाववादी नेता अल्ताफ अहमद शाह उर्फ फंटूश और यूएई (UAE) के बिजनेसमैन नवल किशोर कपूर के खिलाफ भी गैर-जमानती वारंट जारी किया है। कोर्ट ने वटाली की कंपनी मेसर्स ट्रिसन फार्म और कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड (M/s Trison Farms and Construction Pvt Ltd) को भी टेरर फंडिंग का आरोपी बनाया गया है।

आपको बता दें कि हाफिज सईद पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहा है। पाकिस्तान FATF की ब्लैकलिस्ट से बचने के लिए खानापूर्ति करते हुए कभी-कभार उसे दिखावे के लिए गिरफ्तार करती है। जबकि जहूर अहमद शाह वटाली, फंटूश और नवल किशोर कपूर दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) के स्पेशल पब्लिक प्रोसीक्यूटर नितेश राणा ने NIA के विशेष न्यायाधीश प्रवीण सिंह को पटियाला हाउस कोर्ट को बताया कि वटाली, हाफिज सईद के साथ पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग से आतंकी फंडिंग के लिए पैसे प्राप्त कर रहा था।

वटाली से संबंधित 8 करोड़ की संपत्ति अटैच

स्पेशल पब्लिक प्रोसीक्यूटर नितेश राणा ने कहा कि नवल किशोर कपूर ने दुबई में अज्ञात स्रोतों से पैसा जुटाकर वटाली और उसकी कंपनी ट्रिसन फार्म्स एंड कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को दिया। आपको बता दें कि एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग जांच एजेंसी ने 2018 में NIA की चार्जशीट के आधार पर आतंकी हाफिज सईद और अन्य लोगों के खिलाफ जम्मू-कश्मीर में मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत चांज शुरू की थी और वटाली से संबंधित 8 करोड़ की संपत्ति अटैच की थी।

ये है पूरा मामला

अपनी चार्जशीट में NIA ने दावा किया था कि एक पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने वटाली को एक पत्र लिखा था, जो कि छापे के दौरान उसके घर से बरामद किया गया था। NIA ने छापे वाली जगह से ISI अधिकारियों की एक लिस्ट बरामद की थी। NIA ने कहा था कि बरामद दस्तावेजों के विश्लेषण से पता चलता है कि इन लोगों की मदद से हुर्रियत के नेताओं, आतंकवादियों और पत्थरबाजों ने आतंकवादी हमलों को अंजाम दिया और राज्य में आपराधिक साजिश के तहत हिंसा, पथराव और आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया।

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