बेंगलुरु में एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने डॉक्टर को चौंका दिया और पुलिस को हरकत में ला दिया। एक 40 वर्षीय महिला ने अपनी 70 वर्षीय सास से छुटकारा पाने के लिए डॉक्टर से जहरीली दवा की मांग की। डॉक्टर यह सुनकर दंग रह गए और उन्होंने तुरंत महिला को फटकार लगाई। घबराकर महिला ने अपने शब्द बदले और कहा कि वह खुद अपनी जान देना चाहती थी। डॉक्टर ने समझदारी दिखाते हुए पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद महिला को पूछताछ के लिए बुलाया गया। पुलिस जांच में जुट गई है कि यह महिला सच में आत्महत्या करना चाहती थी या फिर यह एक भयानक साजिश थी।
इस घटना ने पारिवारिक कलह और मानसिक तनाव से जुड़े गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिससे समाज का एक चिंताजनक पहलू सामने आया है।
डॉक्टर को भेजा खतरनाक मैसेज
एक रिपोर्ट के अनुसार, उत्तरी बेंगलुरु के डॉक्टर सुनील कुमार को सोमवार दोपहर एक महिला का अजीबोगरीब मैसेज मिला। उसने पहले संकोच भरे शब्दों में पूछा कि क्या डॉक्टर उसे डांटेंगे, फिर उसने सीधा सवाल दाग दिया—"कोई ऐसी टैबलेट बताइए जिससे मेरी बूढ़ी सास का काम तमाम हो जाए।" डॉक्टर इस मांग से स्तब्ध रह गए और महिला को फटकार लगाई। घबराकर उसने तुरंत अपने मैसेज डिलीट कर दिए, लेकिन डॉक्टर पहले ही स्क्रीनशॉट ले चुके थे।
डॉक्टर ने पुलिस को दी जानकारी
डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि यह घटना उनके लिए न केवल चौंकाने वाली थी बल्कि दुखद भी थी। उन्होंने कहा, "डॉक्टर का काम जिंदगियां बचाना होता है, खत्म करना नहीं। जब मैंने महिला को डांटा, तो उसने झट से मैसेज डिलीट कर दिए, लेकिन मैंने सबूत संभाल लिए और पुलिस को दे दिए।"
डॉक्टर की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए महिला को बुधवार को पूछताछ के लिए बुलाया। जब महिला अपने पति के साथ थाने पहुंची, तो उसकी कहानी पूरी तरह बदल चुकी थी। उसने दावा किया, "मैं असल में आत्महत्या करना चाहती थी। अगर डॉक्टर से कहती कि मुझे मरने के लिए दवा चाहिए, तो वे मना कर देते। इसलिए मैंने सास का नाम लिया। अगर मुझे दवा मिल जाती, तो मैं खुद उसे खाकर जान दे देती।"
पुलिस के मुताबिक, 40 वर्षीय महिला एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखती है। उसका पति पेशे से ड्राइवर है और उनकी एक नाबालिग बेटी भी है। पुलिस फिलहाल मामले की गहराई से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि महिला की मानसिक स्थिति ठीक है या नहीं।
सवाल जो सोचने पर मजबूर कर दें
इस घटना ने समाज में बढ़ती मानसिक तनाव और पारिवारिक कलह को उजागर कर दिया है। सवाल यह है कि क्या महिला सच में आत्महत्या करना चाहती थी, या फिर यह एक भयावह साजिश थी? पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने में जुटी हुई है, लेकिन इस घटना ने यह जरूर साबित कर दिया कि इंसानी दिमाग कब, क्या सोच ले, कहा नहीं जा सकता।