Jamui News Today: बिहार के जमुई जिले में स्थित झाझा इलाके में रविवार (16 फरवरी) रात दो गुटों के बीच झड़प के बाद भारी बवाल हो गया। जिले में दो समुदाय के बीच झड़प में नगर परिषद के उपाध्यक्ष नीतीश कुमार सहित तीन लोग घायल हो गए। पुलिस ने सोमवार (17 फरवरी) को बताया कि किसी भी तरह की अफवाह फैलने से रोकने के लिए तत्काल प्रभाव से इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। एक बयान में कहा गया कि हिंसा के दौरान कई गाड़ियों को भी क्षतिग्रस्त किया गया है।
बताया जा रहा है कि जमुई में कुछ लोग हनुमान चालीसा का पाठ करके घर लौट रहे थे। इसी दौरान उन लोगों पर पथराव शुरू हो गया। इसके बाद इलाके में दो गुटों के बीच तनाव बढ़ गया। इस मामले में दो FIR दर्ज की गई है। फिलहाल, इलाके में भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।
जमुई SP के कार्यालय की तरफ से सोमवार को जारी एक बयान के मुताबिक, "झाझा थाना क्षेत्र के गांव बलियाडीह में रविवार (16 फरवरी) को जब एक समुदाय के लोग हनुमान चालीसा का पाठ कर वापस लौट रहे थे। तभी दूसरे समुदाय के लोगों ने ईंट-पत्थर, लाठी-डंडों से उन पर हमला कर दिया जिसमें नगर परिषद के उपाध्यक्ष नीतीश कुमार तथा दो अन्य लोग घायल हो गए।"
बयान में आगे कहा गया, "इस संबंध में दो FIR दर्ज की गई हैं जिनमें से एक में 41 नामजद तथा 50 से 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। दूसरी एफआईआर में आठ नामजद तथा 50 से 60 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है।" बयान में कहा गया कि मामले में कुछ 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने बताया कि झाझा तथा जमुई में दोनों पक्षों के लोगों के साथ शांति समिति की बैठक की गई है। सोमवार को शांति तथा कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए फ्लैग मार्च भी निकाला। बयान के अनुसार सोशल मीडिया पर अफवाह न फैले इसके लिए इंटरनेट सेवा तत्काल बंद कर दी गई।
हिंसा की जानकारी मिलते ही जमुई के पुलिस कप्तान मदन कुमार आनंद दलबल के साथ तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। कुछ देर बाद प्रभावित इलाके को पुलिस छावनी में बदल दिया गया। कुछ देर बाद दर्जनों घरों में ताला लटके होने की खबर मिली। बाद में पता चला कि झड़प के बाद दूसरे पक्ष के लोग घर छोड़कर फरार हो गए हैं।
जमुई के एसडीओ अभय कुमार तिवारी ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच तनाव के दौरान मनमुटाव और हल्की-फुल्की रोड़ेबाजी हुई है। हम सभी लोग घटनास्थल पर उपस्थित हैं। फिलहाल, स्थिति नियंत्रण में है।
बयान के मुताबिक पुलिस एवं प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी घटना स्थल पर मौजूद हैं। संवेदनशील जगहों पर दंडाधिकारी, पुलिस अधिकारी तथा पुलिस बल तैनात हैं। आम लोगों से शांति बनाए रखने तथा अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की गई है। बयान में कहा गया कि वरिष्ठ अधिकारियों को वास्तविक स्थिति की सूचना नहीं देने तथा वहां मौजूद होने के बावजूद स्थिति को संभालने में नाकाम रहने पर गश्त कर रहे पुलिस अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है।
हालांकि, बयान में पुलिस अधिकारी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है। बयान में कहा गया कि अब स्थिति सामान्य है। असामाजिक तत्वों तथा अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।