Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भारत की खिताबी जीत के साथ ही सोशल मीडिया पर रोहित शर्मा की टीम को बधाइयां देने का सिलसिला शुरू हो गया। राजनेताओं, पूर्व खिलाड़ियों से लेकर जानी मानी हस्तियों ने टीम की जमकर तारीफ की है। भारत ने रविवार (10 मार्च) को फाइनल में न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराकर तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता। कप्तान रोहित शर्मा ने मोर्चे से अगुवाई करते हुए 76 रन की पारी खेली। संसद के दोनों सदनों ने भी आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीतने पर सोमवार को भारतीय क्रिकेट टीम को बधाई दी और भविष्य के मुकाबलों के लिए शुभकामनाएं दीं।
इस बीच, चैंपियंस ट्रॉफी के जश्न को लेकर अब राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। केंद्र में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आरोप लगाए हैं कि हैदराबाद में चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम की जीत का जश्न मना रहे क्रिकेट प्रेमियों पर तेलंगाना पुलिस ने लाठीचार्ज किया। आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने इस एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। साथ ही उन्होंने कांग्रेस सरकार की कार्रवाई पर सवालिया निशान उठा दिया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "हैदराबाद पुलिस ने दिलसुखनगर में नागरिकों को भारत की चैंपियंस ट्रॉफी जीत का जश्न मनाने से रोकने के लिए लाठीचार्ज किया। करीमनगर में भी इसी तरह के दृश्य देखे गए। क्या कांग्रेस शासित राज्यों में यह नई चाल है? वे वास्तव में किसे खुश करने की कोशिश कर रहे हैं? भारतीयों को अपने देश की जीत का जश्न कहां मनाना चाहिए?" बीजेपी नेता के बयान पर कांग्रेस या हैदराबाद पुलिस का कोई बयान सामने नहीं आया है।
तेलंगाना के अलावा मध्य प्रदेश में इंदौर जिले के महू में रविवार को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के खिताबी मुकाबले में भारतीय क्रिकेट टीम की जीत के बाद दो पक्षों में झड़प हो गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस दौरान जीत का जश्न मनाने के लिए रैली निकाल रहे लोगों के एक समूह पर कथित तौर पर दूसरे पक्ष के लोगों ने पथराव कर दिया। महू इंदौर जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर स्थित है।
इंदौर के आयुक्त आशीष सिंह ने इस घटना के संबंध में पूछे जाने पर पीटीआई से कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। लेकिन इलाके में सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा, "यह कैसे हुआ, इसका पता बाद में लगाया जाएगा। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।" एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जश्न के दौरान दो पक्षों के बीच विवाद हो गया। अधिकारी ने बताया कि विवाद के कारण पथराव और आगजनी हुई।
डीआईजी निमिष अग्रवाल ने पीटीआई से कहा, "चैम्पियंस ट्रॉफी में भारत की खिताबी जीत के जश्न में महू में रैली निकाली जा रही थी। इस दौरान कुछ लोगों में कहासुनी हुई जिसके बाद विवाद बढ़ गया और दो पक्षों ने एक-दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया।" उन्होंने बताया कि उपद्रव के दौरान आगजनी की कुछ घटनाएं भी हुईं। शुरुआती जानकारी के मुताबिक इनमें कुछ वाहनों को नुकसान हुआ।
अग्रवाल ने बताया कि उपद्रव की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को शांत किया। उन्होंने कहा, "महू में हालात फिलहाल नियंत्रण में हैं और वहां पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। विवाद के दौरान किसी व्यक्ति के हताहत होने की फिलहाल कोई सूचना नहीं है।" स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना से शहर के कई इलाकों में दहशत फैल गई है और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि युवा क्रिकेट प्रेमियों के एक समूह ने न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की खिताबी जीत का जश्न मनाने के लिए एक रैली का आयोजन किया था। लेकिन जब वे जामा मस्जिद क्षेत्र के पास पहुंचे, तो लोगों के एक बड़े समूह ने उन पर पथराव करना शुरू कर दिया। इससे अराजकता फैल गई और उन्हें अपनी कई मोटरसाइकिल छोड़कर भागने के लिए मजबूर होना पड़ा।
उन्होंने बताया कि इसके बाद कुछ लोगों ने वहां छोड़ी गईं कई मोटरसाइकिल में आग लगा दी, जिससे तनाव और बढ़ गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि SP (इंदौर ग्रामीण) हितिका वासल ने हालात का जायजा लेने और कानून-व्यवस्था बहाल करने के उद्देश्य से आवश्यक कदम उठाने के लिए महू का दौरा किया। सूत्रों ने बताया कि हिंसा को रोकने और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए प्रभावित इलाकों में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।