बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान फेंगल आज (30 नवंबर 2024) दोपहर में तमिलनाडु और पुडुचेरी के पास तट से टकरा सकता है। इससे पहले ही फेंगल के असर से मौसम बदलने लगा है। जिसके कारण समुद्री तट पर उथल-पुथल साफ तौर पर देखने को मिल रही है। तमिलनाडु और पुडुचेरी के कई हिस्सों में बारिश हो रही है। समुद्र में ऊंची लहरें उठने लगी हैं। मौसम विभाग ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है। मौसम विभाग के मुताबिक लैंडफॉल के दौरान हवाओं की गति 90 किलोमीटर प्रति घंटे तक जा सकती है। इसके बाद यह कमजोर पड़ जाएगा।
तमिलनाडु के महाबलीपुरम में समुद्र ने खतरनाक रूप ले लिया है। चक्रवात फेंगल के कारण समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं और तटीय इलाकों में हाई टाइड का नजारा देखने को मिल रहा है। तमिलनाडु सरकार ने चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और चेंगलपट्टू जिलों के सभी स्कूलों और कॉलेजों को 30 नवंबर को बंद रखने का आदेश दिया है। सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को रोक दिया है। वहीं आईटी कंपनियों से घर से काम करने की अपील की गई है।
मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने शनिवार को चेन्नई, तिरुवल्लुर, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम, विल्लुपुरम, कल्लाकुरिची, कुड्डालोर जिलों अत्यधिक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं पुडुचेरी में एक या दो स्थानों पर बहुत भारी बारिश से लेकर अत्यधिक भारी बारिश की आशंका जताई गई है। इसके लिए भी मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा रानीपेट, तिरुवन्नामलाई, वेल्लोर, पेरम्बलुर, अरियालुर, तंजावुर, तिरुवरुर, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम जिलों और कराईकल क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग के मुताबिक. चक्रवाती तूफान फेंगल कराईकल और महाबलीपुरम क्षेत्र के बीच उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी तटों को पार करेगा। इस दौरान हवाओं की गति 90 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं। आईएमडी की तरफ से शुक्रवार रात 8:40 बजे जारी ताजा जानकारी के मुताबिक, फेंगल नागापट्टिनम से लगभग 240 किमी पूर्व-उत्तरपूर्व, पुडुचेरी से 230 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व और चेन्नई से 250 किमी दक्षिणपूर्व में स्थित था।
चक्रवाती तूफान का असर उड़ानों पर भी पड़ा है। खराब मौसम की वजह से 29 नवंबर को चेन्नई से आने-जाने वाली 13 उड़ाने रद्द क रदी गई थी। इसमें इंडिगो की दो फ्लाइट्स शामिल हैं। वहीं तमिलनाडु सरकार ने चक्रवाती तूफान फेंगल को देखते हुए बड़े पैमाने पर तैयारी की है। 2,229 राहत शिविर बनाए गए हैं। ताकि जरूरतमंद लोगों को यहां ठहराया जा सके। इसके साथ ही स्थानीय अधिकारियों ने बाढ़ की आशंका को देखते हुए चेन्नई, कुड्डालोर और मयिलादुथुराई जैसे प्रभावित क्षेत्रों में मोटर पंप, जनरेटर और नावों रखे गए हैं।