Delhi Coaching Centre Flooding Deaths Incident: ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राव IAS स्टडी सेंटर में 27 जुलाई को पानी भरने से 3 छात्रों की डूबकर मौत होने के बाद दिल्ली नगर निगम (MCD) ने अब नियमों का उल्लंघन करने वाले कोचिंग सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। MCD 'राव आईएएस स्टडी सेंटर' के बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन लोगों की मौत की घटना की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति गठित करेगा। दिल्ली सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि नगर निगम की एक टीम ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में अवैध रूप से संचालित कई कोचिंग सेंटरों के बेसमेंट को सील करने पहुंची ह।
इस संबंध में एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि बेसमेंट में अवैध रूप से संचालित प्रतिष्ठानों की पहचान कर ली गई है और उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि एमसीडी ने पिछले साल मुखर्जी नगर में एक संस्थान में भीषण आग लगने के बाद ऐसे कोचिंग केंद्रों का सर्वेक्षण किया था। अधिकारी ने कहा कि सबसे पहले सर्वेक्षण उन कोचिंग सेंटर की पहचान करने के लिए किया जाएगा जो नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि इस घटना में मारे गए छात्रों की पहचान उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की श्रेया यादव (25), तेलंगाना की तान्या सोनी (25) और केरल में एर्नाकुलम के नवीन दलविन के रूप में की गई है। बेसमेंट में जल निकासी की कोई व्यवस्था न होने के कारण अधिकारियों को बचाव अभियान के दौरान पानी को पंप के जरिए बाहर निकालने में पांच घंटे से भी ज्यादा का वक्त लगा।
MCD ने सोमवार 29 जुलाई को नालियों को अवरुद्ध करने वाले सीमेंट ब्लॉकों को हटाने के लिए बुलडोजर अभियान शुरू किया। ANI के वीडियो फुटेज में भारी मशीनरी को काम करते हुए दिखाया गया है। यह कार्रवाई एमसीडी द्वारा भवन मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए 13 आईएएस कोचिंग सेंटरों को सील करने के बाद की गई।
दिल्ली की मेयर शेली ओबेरॉय ने एमसीडी अधिकारियों द्वारा संभावित लापरवाही की जांच के आदेश दिए हैं। इस बीच, दिल्ली नगर निगम आयुक्त अश्विनी कुमार ने स्थानीय जूनियर इंजीनियर को बर्खास्त कर दिया है और सहायक इंजीनियर को निलंबित कर दिया है।
वहीं, एक अन्य अधिकारी ने बताया कि मध्य दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में हुई घटना की जांच के लिए जल्द ही एक उच्चस्तरीय समिति गठित की जाएगी। ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में शनिवार 27 जुलाई को भारी बारिश के बाद एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की मौत हो गई।
अधिकारी ने कहा, "एमसीडी के भवन उपनियमों का उल्लंघन करके संचालित किए जा रहे कोचिंग सेंटर के खिलाफ हमने कार्रवाई शुरू कर दी है। व्यावसायिक गतिविधियों को संचालित करने के लिए 'बेसमेंट' का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।"
उन्होंने कहा, "संस्थान के मालिक की ओर से सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने में घोर आपराधिक लापरवाही पाई गई है, क्योंकि बेसमेंट में स्थित लाइब्रेरी अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था। इसमें केवल एक ही एंट्री और एग्जिट प्वाइंट था जो बायोमेट्रिक आधारित था और पानी के कारण बंद हो गया था।"
अधिकारी ने कहा, "यदि बाहर निकलने का रास्ता खुला होता तो छात्र बच सकते थे। एमसीडी सिर्फ भवन योजना को मंजूरी देती है, लेकिन अगर कोई बेसमेंट का इस्तेमाल पार्किंग और भंडारण के लिए करने की घोषणा करने के बाद उसका व्यावसायिक गतिविधियों के लिए इस्तेमाल करता है, तो सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एजेंसी और क्या कर सकती है?"
MCD अफसरों से पूछताछ की संभावना
दिल्ली पुलिस नालों की गाद निकालने और 'राव आईएएस स्टडी सर्किल' को अनापत्ति प्रमाणपत्र जारी करने के बारे में एमसीडी अधिकारियों से पूछताछ कर सकती है, जहां बेसमेंट में पानी भर जाने के कारण तीन स्टूडेंट्स की मौत हो गई। इस बेसमेंट का इस्तेमाल एक लाइब्रेरी के तौर पर किया जा रहा था। सूत्रों ने बताया कि पुलिस इन मुद्दों को लेकर दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) को पत्र लिखने जा रही है। जांच के दौरान आवश्यकता पड़ी तो संबंधित अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।
बरसाती नालों से गाद निकालने की जिम्मेदारी एमसीडी की होती है। ऐसा आरोप है कि ओल्ड राजेंद्र नगर में इस कोचिंग सेंटर के समीप कथित जल निकासी सिस्टम उचित तरीके से काम नहीं कर रही थी जिसके कारण सड़क पर बारिश का पानी इकट्ठा हो गया और कोचिंग सेंटर की इमारत के बेसमेंट में घुस गया। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि वे नालों की सफाई के बारे में एमसीडी से जानकारियां मांगेंगे।