प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कहा कि उसने एक ऑनलाइन गेमिंग ऐप ‘घोटाले’ में बाइनेंस, जेबपे और वजीरएक्स जैसे मंचों के क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट में रखे 90 करोड़ रुपये को अपने कब्जे में ले लिया है। वित्तीय जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा कि गेमिंग घोटाले से संबंधित मनीलॉन्ड्रिंग जांच के क्रम में इन क्रिप्टो संपत्तियों को कब्जे में लिया गया और फिर उसे ईडी के क्रिप्टो वॉलेट में ट्रांसफर कर दिया गया।
ज्यादा रिटर्न देने का वादा
यह जांच 'ई-नगेट' नाम के एक फर्जी ऑनलाइन गेमिंग ऐप से संबंधित है। खुद को एक गेमिंग मंच बताने वाले ई-नगेट ने उपयोगकर्ताओं को इंवेस्टमेंट पर ज्यादा रिटर्न देने का वादा किया था। इस संबंध में कोलकाता के पार्क स्ट्रीट पुलिस थाने में एक एफआईआर दर्ज की गई थी। उसी के आधार पर धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत ईडी ने यह कार्रवाई की है।
अवैध गतिविधियों का खुलासा
ईडी ने कहा कि उसने वर्ष 2022 में इस गेमिंग ऐप की अवैध गतिविधियों का खुलासा करने के बाद पाया था कि गलत ढंग से अर्जित राशि का एक हिस्सा डिजिटल संपत्तियों में निवेश किया गया है। जांच के दौरान लगभग 2,500 फर्जी बैंक खातों की पहचान की गई।
जांच एजेंसी ने इस मामले में शामिल क्रिप्टो वॉलेट का विवरण मांगा और बिनेंस, जेबपे और वजीरएक्स जैसे क्रिप्टोकरेंसी मंचों से संपर्क साधा। इनके पास 70 खातों में जमा लगभग 90 करोड़ रुपये की धनराशि को जब्त कर लिया गया।
एजेंसी ने इस सिलसिले में ‘मास्टरमाइंड’ आमिर खान और रोमेन अग्रवाल को गिरफ्तार किया था और उनके खिलाफ चार्जशीट भी दायर की है। इस मामले में ईडी ने कुल 163 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त और कुर्क की है, जिसमें नकदी, क्रिप्टोकरेंसी, बैंक खाते की शेष राशि और कुछ कार्यालय शामिल हैं।