हरियाणा सरकार ने खांसी की दवा प्लैनोकफ डी सीरप पर बैन लगा दिया है। बताया गया है कि इस दवा में डायएथिलीन ग्लाइकाल नाम का खतरनाक केमिकल की मात्रा तय सीमा से ज्यादा पाई गई है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदेह और जानलेवा हो सकता है। डायएथिलीन ग्लाइकाल से शरीर के अंग, खासकर गुर्दे और नर्व सिस्टम प्रभावित हो सकते हैं, जिससे मौत तक हो सकती है। ये दवा खासतौर से बच्चों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है।
स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने लोगों से अपील की है कि वे इस दवा का सेवन न करें। साथ ही, उन्होंने दवा विक्रेताओं को इस दवा की बिक्री बंद करने का आदेश दिया है। सरकारी अधिकारियों ने कहा कि ये दवा उत्तराखंड के भगवानपुर जिले में मेसर्स श्रेया लाइफसाइंसेज प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी की तरफ बनाई जाती है।
बाजार से हटाने के निर्देश
स्वास्थ्य विभाग ने इस दवा के सभी बैच बाज़ार से तुरंत हटाने का निर्देश दिया है। साथ ही मेडिकल स्टोर, वितरक, अस्पताल और डॉक्टरों से कहा गया है कि वे इस दवा को न बेचें और न ही इसका उपयोग करें।
सरकार ने लोगों को चेतावनी दी है कि इस खांसी की दवा का सेवन करना जानलेवा हो सकता है। इसलिए इसे तुरंत बंद कर देना चाहिए और किसी भी तरह की दिक्कत होने पर चिकित्सक से संपर्क किया जाना चाहिए।
SIT ने आरोपी डॉ. प्रवीण सोनी की पत्नी को गिरफ्तार किया
मध्य प्रदेश में 24 बच्चों की मौत के लिए कथित तौर पर जिम्मेदार माने जा रहे कफ सिरप के मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मंगलवार को आरोपी डॉ. प्रवीण सोनी की पत्नी को गिरफ्तार किया है।
छिंदवाड़ा के रहने वाले डॉ. सोनी ने कथित तौर पर ज्यादातर बीमार बच्चों को मिलावटी कफ सिरप ‘कोल्ड्रिफ’ दिया था। उन्हें पिछले महीने किडनी फेल होने से बच्चों की मौत के सिलसिले में लापरवाही के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
अनुविभागीय पुलिस अधिकारी और एसआईटी के प्रमुख जितेंद्र जाट ने बताया कि डॉ. सोनी की पत्नी ज्योति सोनी को सोमवार रात छिंदवाड़ा जिले के परासिया कस्बे में उनके घर से गिरफ्तार किया गया। ज्योति सोनी इस मामले में एक और आरोपी हैं।
उन्होंने बताया कि वह एक मेडिकल दुकान की मालकिन हैं, जहां से कई पीड़ितों को कफ सिरप बेचा गया था।
उन्होंने बताया कि अब तक कफ सिरप मामले के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
बच्चों की मौत के बाद तमिलनाडु सरकार ने कफ सिरप बनाने वाली कंपनी ‘श्रेसन फार्मा’ का लाइसेंस रद्द कर दिया।