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खालिस्तानी आतंकी पन्नू पर अमेरिका कसेगा शिकंजा! तुलसी गबार्ड के सामने राजनाथ सिंह ने उठाया 'सिख फॉर जस्टिस' का मुद्दा

Tulsi Gabbard meets Rajnath Singh: सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड की मीटिंग के दौरान भारत की तरफ खालिस्तानी आतंकवादी और प्रतिबंधित संगठन 'सिख्स फॉर जस्टिस (SFJ)' के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू का भी मामला उठाया गया। पन्नू के नेतृत्व वाले संगठन 'सिख फॉर जस्टिस' पर भारत सरकार ने प्रतिबंध लगाया है

अपडेटेड Mar 17, 2025 पर 3:40 PM
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Tulsi Gabbard meets Rajnath Singh: अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड ने सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की

Tulsi Gabbard meets Rajnath Singh: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड ने सोमवार (17 मार्च) को कई मुद्दों पर चर्चा की। इसमें विशेष रूप से रक्षा और सूचना साझा करने के क्षेत्रों में भारत एवं अमेरिका के बीच सामरिक संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। सूत्रों ने बताया कि इस मीटिंग के दौरान भारत की तरफ खालिस्तानी आतंकवादी और प्रतिबंधित संगठन 'सिख्स फॉर जस्टिस (SFJ)' के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू का भी मामला उठाया गया। खालिस्तानी आतंकवादी पन्नू के नेतृत्व वाले संगठन 'सिख फॉर जस्टिस' (SFJ) पर भारत सरकार ने प्रतिबंध लगाया है।

न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से सोमवार को बताया, "भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड की बैठक के दौरान भारत ने अमेरिका में खालिस्तानी संगठन SFJ (सिख फॉर जस्टिस) द्वारा की जा रही भारत विरोधी गतिविधियों का मुद्दा उठाया। भारत ने अपनी चिंता व्यक्त की। साथ ही अमेरिकी प्रशासन से इस गैरकानूनी संगठन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा।"

गबार्ड भारत की ढाई दिन की यात्रा पर रविवार तड़के राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली आईं। यह अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के किसी शीर्ष अधिकारी की भारत की पहली उच्चस्तरीय यात्रा है। राजनाथ ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा कि उन्हें अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया प्रमुख से मिलकर खुशी हुई। उन्होंने भारत-अमेरिका साझेदारी को और मजबूत बनाने के तरीकों पर चर्चा की।


रक्षा मंत्री ने कहा, "हमने भारत-अमेरिका साझेदारी को और गहरा करने के उद्देश्य से रक्षा और सूचना साझा करने समेत कई मुद्दों पर चर्चा की।" इससे एक दिन पहले, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और गबार्ड ने रविवार को द्विपक्षीय वार्ता की थी। दुनियाभर के शीर्ष खुफिया अधिकारियों के एक सम्मेलन की अध्यक्षता की थी।

ऐसा माना जा रहा है कि डोभाल और गबार्ड ने आमने-सामने की बैठक में भारत-अमेरिका वैश्विक रणनीतिक साझेदारी के अनुरूप मुख्य रूप से खुफिया जानकारी साझा करने के तंत्र को मजबूत करने और सुरक्षा क्षेत्र में मिलकर काम करने के तरीकों पर चर्चा की।

अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक गबार्ड, कनाडा के खुफिया विभाग के प्रमुख डेनियल रोजर्स और ब्रिटेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जोनाथन पॉवेल दुनियाभर के उन शीर्ष खुफिया अधिकारियों में शामिल हैं, जिन्होंने यहां भारत द्वारा आयोजित सुरक्षा सम्मेलन में हिस्सा लिया।

बंद कमरे में हुई इस वार्ता पर कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है। माना जा रहा है कि खुफिया और सुरक्षा विभागों के शीर्ष अधिकारियों ने आतंकवाद और उभरती प्रौद्योगिकियों से उत्पन्न खतरों से निपटने के लिए खुफिया जानकारी साझा करने तथा आपसी सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया।

ANI के साथ एक इंटरव्यू में तुलसी गबार्ड ने कहा कि चाहे विश्व के विभिन्न भागों में युद्ध क्षेत्रों में सेवा करना हो या वर्तमान में हमारे सामने आने वाली चुनौतियां हों। यह भगवान कृष्ण द्वारा अर्जुन को भगवद् गीता में दी गई शिक्षाएं ही हैं, जिनका मैं अपने सबसे अच्छे और सबसे बुरे समय में सहारा लेती हूं।

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