Health Tips: हमारा शरीर पूरी तरह से काम करता रहे। इसके लिए शरीर को बहुत से विटामिन्स और मिनरल्स की जरूरत होती है। वहीं किसी भी तरह के मिनरल्स की कमी शरीर में बीमारी के रूप में दिखाई देने लगती हैं। ऐसा ही कुछ होता है विटामिन K की कमी होने पर। अगर शरीर में विटामिन K की मात्रा है तो कई तरह की बीमारियों से बच सकते हैं। यह विटामिन कैंसर सेल्स को कम करने और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। इसके साथ ही इंसुलिन के प्रति संवेदनशीतला भी बढ़ जाती है।
विटामिन K के दो घटक होते हैं। एक होता है विटामिन K1 जो आपको सब्जियों से मिल जाती है। और विटामिन K2 जो मांस और अंडों से मिलते हैं।
विटामिन K की कमी के लक्षण
विटामिन K की कमी का मुख्य लक्षण ज्यादा ब्लीडिंग है। ध्यान रखें कि ब्लीडिंग कट या घाव वाली जगह के अलावा अन्य जगहों पर भी हो सकता है। अगर कोई नॉर्मल खरोंच से खून बहना, नाखूनों के नीचे छोटे खून के थक्के होना, श्लेष्मा झिल्ली (mucous membrane) में खून बहता है जो शरीर के अंदर के पार्ट में होती है। इसके अलावा गहरे काले रंग का मल, जिसमें खून होता है। इसकी कमी से दिल के काम में रुकावट, ब्लड वेसेल्स सख्त और आंखों की समस्या भी हो सकती हैं। दांत की समस्या, ब्रश करते वक्त खून निकलना, नाक से बार-बार खून बहना, पेशाब में खून आना जैसे लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है।
महिलाओं को मासिक धर्म के समय पर दर्द होना स्वाभाविक है। लेकिन अगर यह दर्द अधिक है तो यह एक समस्या हो सकती है। इसे मेडिकल भाषा में मेनोरेजिया के नाम से जाना जाता है। यही नहीं विटामिन K की कमी के कारण प्रजनन से जुड़ी समस्या भी हो सकती है। इसके अलावा प्री मेंस्ट्रुल सिंड्रोम की समस्या की वजह भी विटामिन K हो सकती है।
अगर आपको विटामिन K की कमी होने का कोई लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो अपने खानपान में सुधार कर सकते हैँ। इसके जरिए आपको विटामिन K की भरपाई हो सकती है। आपको केवल अपनी डाइट के कच्ची चीज, पत्ता गोभी, काजू, कीवी, अनार और हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना होगा। साथ ही आप चाहें तो डॉक्टर की सलाह पर दवा या सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं।