High Blood Pressure: आज के समय में कई ऐसी बीमारियां जो उम्रदराज लोगों को अपना शिकार बनाती थीं। अब युवा भी इन बीमारियों की चपेट में आने लगे हैं। हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी कुछ ऐसी ही है। जिसमें बहुत से युवा इसकी चपेट में रहे हैँ। लापरवाह लाइफस्टाइल और निजी जिंदगी में तनाव की वजह बीपी बढ़ने का बड़ा कारण माना जा रहा है। हाई ब्लड प्रेशर ऐसी समस्या है। जिससे मौत भी हो सकती है।यह दिल और दिमाग को सीधे नुकसान पहुंचाता है। जिससे हार्ट अटैक-स्ट्रोक आ सकता है। इससे बचने के लिए घर के किचन पर कुछ ऐसी चीजें होती हैं। जिससे बीपी को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है।
यह समस्या आजकल युवाओं में भी देखने को मिल रही है। लिहाजा इसके जानना बेहद जरूरी है। बार-बार सिरदर्द, सांस फूलना, नाक से खून आना, आंखें लाल होना या पसीना आने पर एक बार बीपी जरूर नपवा लें।
बीपी कंट्रोल करने के लिए टमाटर का सेवन भी किया जा सकता है। इसके अंदर लाइकोपीन होता है, जो खून के बहाव को सामान्य करने में मदद करता है। इससे शरीर में पाए जाने वाले टॉक्सिक पदार्थ खत्म हो जाते हैं। टमाटर के सेवन से हार्ट डिजीज या उससे होने वाली मौतों का खतरा कम किया जा सकता है। टमाटर में एंटी-ऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं, जो कि बीपी के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। इससे शरीर में पाए जाने वाले टॉक्सिक पदार्थ खत्म हो जाते हैं। आप टमाटर को सलाद के रूप में या उससे बना जूस या सूप का सेवन कर सकते हैं।
कद्दू के बीजों में हाइपरटेंशन कंट्रोल करने वाले तत्व पाए जाते हैं। इसमें आर्जिनाइन होता है, जो एक अमिनो एसिड है। यह नाइट्रिक ऑक्साइड के उत्पादन में मदद करता है। एक रिसर्च में कहा गया है कि नाइट्रिक एसिड नसों को रिलैक्स करके हाई बीपी को कम करने में मदद करता है।
हेल्दी हार्ट के लिए लोगों को अपने खानपान में नींबू को खासतौर से शामिल करना चाहिए। नींबू में आयरन, फोलेट और मैग्नीशियम जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह हाई बीपी को सामान्य करने में मदद करता है। तनाव दूर करने में भी नींबू का सेवन कारगर माना जाता है।
नींबू के सेवन से हार्ट अटैक का खतरा भी कम होता है। अगर अचानक बीपी हाई हो जाता है तो एक गिलास पानी में नींबू पानी दिन में 2-3 बार पिएं। इससे काफी आराम मिलता है। इसके अलावा, सुबह नींबू वाली चाय पीना भी फायदेमंद हो सकता है।
अगर आपकी रसोई में गाजर है तो हाई बीपी से घबराने की जरूरत नहीं है। इसका सेवन करने वाले लोगों में हाई बीपी का स्तर कंट्रोल रहता है।