Independence Day Special: 75 साल में पाक को 4 बार रौंद चुके हैं हमारे जांबाज, दुनिया की चौथी सबसे शक्तिशाली सेना के बारें में जानें खास बातें

Independence Day हर साल 15 अगस्त के दिन ही मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन साल 1947 में देश को अंग्रेजों से आजादी मिली थी। इस साल भारत 15 अगस्त को अपनी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मनाएंगा

अपडेटेड Aug 08, 2023 पर 12:50 PM
Story continues below Advertisement
सैन्य ताकत के मामले में भारत दुनिया का चौथा सबसे शक्तिशाली देश है

MC Independence Day Special 2022: भारत इस साल 15 अगस्त को अपनी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मनाएंगा। इसका जश्न मनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च 2021 में ‘आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav)’ की शुरुआत की थी, जो 15 अगस्त 2023 तक चलेगा। पीएम मोदी की अपील पर देशभर में आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर अमृत महोत्सव धूमधूम से मनाया जा रहा है।

स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त के दिन ही मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन साल 1947 में देश को अंग्रेजों से आजादी मिली थी। देश 15 अगस्त 1947 को सैकड़ों सालों के अंग्रेजी हुकूमत से आजाद तो हो गया, लेकिन इसकी मुश्किलें कम नहीं हुईं।

ये भी पढ़ें- Independence Day Special: शक्ति का नाम ही नारी है..., 'आजादी के अमृत महोत्सव' में इन क्षेत्रीय वीरांगनाओं की शहादत को कैसे भुला सकता है देश


एक स्वतंत्र देश के रूप में अपना अस्तित्व बनाए रखने के लिए भारत को पिछले 75 सालों में कई युद्ध लड़ने पड़े। तमाम विपरित परिस्थियों के बावजूद भारतीय सेना ने दुश्मनों का डटकर सामना किया और देखते ही देखते दुनिया की चौथी सबसे बड़ी सैन्य शक्ति बन गया। इतना नहीं नहीं जिन अंग्रेजों ने भारत को गुलाम बनाया, आज भारत की सैन्य ताकत उनसे बहुत अधिक है।

जानें, भारतीय सेना की ताकत

वैसे तो ताकतवर सेनाएं युद्ध के लिए नहीं होती, बल्कि शांति बरकरार करने के लिए होती हैं। भारतीय सेना भी शांति बनाए रखने में भरोसा रखती है। लेकिन हमारे पड़ोसी मुल्क को बेवजह ही परेशानी खड़ी करने की आदत है, जिस कारण भारतीय जवानों को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ती है। चाहें प्रथम विश्व युद्ध हो या द्वितीय विश्व युद्ध या फिर करगिल की लड़ाई...भारतीय सेना के जांबाज कभी भी पीछे नहीं हटे। कुछ तो मातृभूमि की रक्षा करते-करते शहीद हो गए।

दुनियाभर के देशों की सेनाओं की ताकत का विश्लेषण करने वाली वेबसाइट ग्लोबल फायर पावर इंडेक्स- 2021 में भारतीय सेना को दुनिया की चौथी सबसे मजबूत सेना माना गया है। दुनिया की 10 सबसे ताकतवर सेनाओं में अमेरिका पहले नंबर पर है। जबकि रूस एवं चीनी सेना को दूसरे एवं तीसरे नंबर की ताकतवर सेना माना गया है। इस लिस्ट में भारत का पावर इंडेक्स 0.0979 है।

भारत के पास 14 लाख से ज्यादा सक्रिय सैनिक हैं। इसमें सेना के तीनों अंगों (जल, थल और वायु सेना) के सैनिकों की संख्या शामिल है। चीन का भारत से भले पावर इंडेक्स ज्यादा हो, लेकिन कई मोर्चे ऐसे हैं जहां भारत ने चीन को पीछे छोड़ दिया है। आपको जानकर गर्व होगा कि भारत के पास दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी पैरामिलिट्री फोर्स है। भारत का वर्तमान रक्षा बजट करीब 5.25 लाख करोड़ रुपये का है।

इंडियन आर्मी की स्थापना

भारतीय सेना की स्थापना लगभग 15 अप्रैल, 1949 को हुई थी। वैसे तो भारतीय सेना का उदय ईस्ट इंडिया कंपनी की सेनाओं से हुआ था, जो बाद में 'ब्रिटिश भारतीय सेना' और आखिरकार स्वतंत्रता के बाद भारतीय सेना बन गई।

आजादी के बाद 15 जनवरी, 1949 को फील्ड मार्शल कोडंडेरा एम. करियप्पा ने जनरल सर फ्रांसिस बुचर (जो उस पद को धारण करने वाले अंतिम ब्रिटिश व्यक्ति) से भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ के रूप में पदभार ग्रहण किए थे। भारत में हर साल 15 जनवरी को जवानों और भारतीय सेना की याद में सेना दिवस मनाया जाता है।

ब्रिटेन से भी ताकतवर हैं हम

भारत पर करीब 200 साल तक राज करने वाले अंग्रेज भी आज सैन्य ताकत के मामले में भारत से बहुत पीछे हैं। जी हां, सबसे ताकतवर सेना वाले देशों की सूची में ब्रिटेन का दुनिया में 8वां स्थान है, जिससे भारत 4 कदम आगे यानी चौथे स्थान पर काबिज है। सैन्य बजट के मामले में विश्व रैंकिंग में अमेरिका और चीन के बाद भारत तीसरे नंबर पर है, जबकि ब्रिटेन 5वें नंबर पर है।

75 साल में 5 युद्ध लड़ चुके हैं भारतीय जवान

वर्ष 1947 में ब्रिटेन से आजादी मिलने के बाद पिछले 75 सालों के दौरान भारत को अब तक 5 युद्ध लड़ने पड़े हैं....

आजादी के तुरंत बाद पाक से पहला युद्ध

आजादी के चंद महीनों के बाद ही कश्मीर को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच पहली बार 1947 में युद्ध शुरू हुआ। पाकिस्तानी सेना का समर्थन पाकर कबायली आतंकियों ने 22 अक्टूबर 1947 को कश्मीर पर हमला कर दिया। देखते ही देखते हमलावर श्रीनगर के पास तक पहुंच गए। संकट बढ़ता देख जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन महाराजा हरि सिंह ने भारत सरकार से मदद मांगी। इसके बाद भारतीय सेना ने कश्मीर के दो-तिहाई हिस्से पर अपना नियंत्रण कर लिया और यह युद्ध 1 अक्टूबर, 1949 को समाप्त हो गया।

1962 का भारत-चीन युद्ध

1947 के बाद वर्ष 1962 में भारत का दूसरा युद्ध चीन के साथ हुआ। चीनी सेना ने 20 अक्टूबर 1962 को लद्दाख और अन्य इलाकों में हमले शुरू कर दिए। युद्ध के दौरान भारतीय जवान दशकों पुरानी थ्री नॉट थ्री बंदूक के सहारे लड़ रहे थे, तो चीनी सैनिकों के पास मशीनगन थी। इसके बावजूद रेजांग ला दर्रे में मेजर शैतान सिंह की अगुआई में 113 भारतीय जवान 1,000 चीनी सैनिकों पर भारी पड़े थे। इस दौरान चीन के मुकाबले भारतीय वायु सेना बेहतर थी, लेकिन उसे हमला करने का आदेश नहीं दिया गया। जानकारों का कहना है कि वायु सेना से मदद मिली होती तो नतीजा भारत के पक्ष में हो सकता था।

1965 में पाकिस्तान से दूसरा युद्ध

वर्ष 1965 में भारत के साथ पाकिस्तान का दूसरा युद्ध था, जिसे दूसरे कश्मीर युद्ध के नाम भी जाना जाता है। दोनों देशों के बीच यह युद्ध 22 दिनों तक चला। इस युद्ध में पाक ने ताकतवर पैटन टैंक इस्तेमाल किया था, लेकिन उसे हार का समाना करना पड़ा। युद्ध में बड़े स्तर पर भारत ने अपनी नौसेना का भी इस्तेमाल किया। युद्ध का अंत संयुक्त राष्ट्र (UN) के युद्ध विराम की घोषणा के साथ हुआ।

1971 में पाक को तीसरी बार दी मात

वर्ष 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ हुए तीसरे युद्ध में भारत ने ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। युद्ध में भारत की तीनों सेनाओं के समन्वय ने शानदार जीत दिलाई। इस हार से पाकिस्तान दो हिस्सों में बंट गया। पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) में 96 हजार पाक सैनिकों को आत्मसमर्पण के लिए मजबूर होना पड़ा। इसके बाद सभी युद्ध बंदियों को सकुशल पाकिस्तान भेज दिया गया।

कारगिल युद्ध

वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध हुई थी। श्रीनगर से 215 किलोमीटर दूर कारगिल की पर्वतीय चोटियों पर पाकिस्तान ने गुपचुप तरीके से कब्जा कर लिया। इसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान सैनिकों और आतंकियों को खदेड़ दिया। इस युद्ध में भारत के 597 सैनिक शहीद हो गए थे। कारगिल युद्ध को 'ऑपरेशन विजय' के नाम से भी जाना जाता है। भारत और पाकिस्तान के बीच मई और जुलाई 1999 के बीच कश्मीर के करगिल जिले में यह संघर्ष हुआ था।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।