इस्तांबुल जाने वाली IndiGo की एक फ्लाइट में कम से कम 100 यात्री कथित तौर पर विमान में तकनीकी खराबी के कारण 16 घंटे से ज्यादा समय तक मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर फंसे रहे। इंडिगो की फ्लाइट 6E17 (मुंबई-इस्तांबुल) पहले शनिवार को सुबह 6:55 बजे उड़ान भरने वाली थी, लेकिन अब इसे रात 11 बजे उड़ान भरने के लिए रीशेड्यूल किया गया है। गुस्साए यात्रियों ने अपना गुस्सा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर निकाला। उधर एयरलाइन का कहना है कि ऑपरेशनल कारणों से फ्लाइट में देरी हुई।
उन्होंने बताया कि उन्हें बिना किसी अपडेट के कई घंटों तक विमान में बैठाए रखा गया, जिससे बहुत ज्यादा तकलीफ हुई। एक यात्री ने आरोप लगाया कि उन्हें परेशानी शुरू होने के 13 घंटे बाद ही पीने का पानी मिला। इंडिगो स्टाफ ने बाद में यात्रियों को सूचित किया कि फ्लाइट कैंसिल कर दी गई है।
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, यात्रियों ने शिकायत की कि फ्लाइट में दिन भर में कई बार देरी हुई। यात्रियों ने यह भी आरोप लगाया कि फाइनल डिपार्चर टाइम की सूचना दिए जाने से पहले उन्हें कई बार विमान में चढ़ने और उतरने के लिए कहा गया।
एक और यात्री सूर्यवंशी ने पुणे मिरर को बताया कि देरी के दौरान फ्लाइट के अंदर एयर कंडीशनिंग सिस्टम बंद हो गया था, जिससे उनकी परेशानी बढ़ गई थी। इसके अलावा, यात्रियों को बिना किसी जानकारी के कई बार लाइन बदलनी पड़ीं
एक X यूजर सोनम सहगल ने ट्वीट किया, “मेरा भाई इंडिगो और उनके कर्मचारियों के बेहद नॉन-प्रोफेशनल व्यवहार के कारण 12 घंटे से ज्यादा समय से मुंबई इंटरनेशनल एयर पोर्ट पर फंसा हुआ है। उनकी इस्तांबुल की उड़ान थी, जो पहले डिले हुई, फिर उन्हें दो बार बोर्डिंग और डी-बोर्ड किया गया !!"
साथ ही उन्होंने इस पर भी निराशा जताई कि कर्मचारियों की ओर से डिले, रीशेड्यूल या रिफंड के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गई।
इंडिगो ने असुविधा के लिए माफी मांगते हुए कहा, “हमें खेद है कि हमारी उड़ान 6E17, जो मूल रूप से मुंबई से इस्तांबुल के लिए उड़ान भरने वाली थी, तकनीकी समस्याओं के कारण देरी का सामना करना पड़ा। दुर्भाग्य से, समस्या को सुधारने और उसे गंतव्य तक भेजने के हमारी पूरी कोशिशों के बावजूद, हमें आखिरकार फ्लाइट कैंसल करनी पड़ी।"
इसने आगे कहा, “एक वैकल्पिक विमान की व्यवस्था की गई है और अब 23:00 बजे प्रस्थान करने का कार्यक्रम है। हम अपने ग्राहकों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि उनकी सुरक्षा और आराम हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताएं हैं।"