Laxmi Singh: उत्तर प्रदेश सरकार ने IPS अधिकारी लक्ष्मी सिंह (IPS laxmi Singh) को नोएडा (Noida) का पुलिस चीफ नियुक्त किया है। इसके साथ ही वह राज्य के किसी पुलिस कमिश्नरेट का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी बन गई हैं। लक्ष्मी सिंह की गिनती यूपी के तेज-तर्रार पुलिस अधिकारियों में होती है। अपराध नियंत्रण से लेकर डकैतों तक पर उनकी कार्रवाई सुर्खियां बनती रही हैं। उनके पति राजेश्वर सिंह हैं। राजेश्वर सिंह ईडी में अधिकारी भी रह चुके हैं। मौजूदा समय में वो BJP से लखनऊ के सरोजनीनगर से विधायक हैं।
लक्ष्मी सिंह UPSC की सिविल सर्विसेज परीक्षा 2000 में 33वां स्थान मिला था। हालांकि, आईपीएस बैच की वे टॉपर रही थीं। इसके बाद उन्होंने आईपीएस के तौर खासी सुर्खियां बटोरी। उनके काम को लेकर कई बार सराहना हो चुकी है। बेहतर प्रदर्शन और पूरी तरह से जिम्मेदारी से काम करने के चलते उन्हें पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
पीएम मोदी ने किया सम्मानित
लक्ष्मी सिंह कई जिलों में काम कर चुकी हैं। जिस जिले में उनकी पोस्टिंग हुई। वहां के अपराधी थर-थर कांपते हैं। कई अपराधियों का एनकाउंटर कर चुकी हैं। वो STF में DIG के पद पह चुकी हैं। इसके अलावा कानपुर में विकास दुबे हत्याकांड जैसे कई मामलों की जांच कर चुकी हैँ। कंप्यूटराइजेशन के काम के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उन्हें सम्मानित कर चुके हैं। उन्हें सिल्वर बेटन से सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा गृह मंत्रालय की ओर से 9एमएम की एक पिस्टल पुरस्कार में दी जा चुकी है। वहीं मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है।
सरदार वल्लभ भाई पटेल नेशनल पुलिस अकेडमी हैदराबाद में ट्रेनिंग के दौरान लक्ष्मी सिंह बेस्ट प्रोबेशनर घोषित की गई थी। उन्होंने वाराणसी, चित्रकूट, गोंडा, फर्रुखाबाद, बागपत और बुलंदशहर में बतौर कप्तान अपनी भूमिका निभाई है। इस दौरान उन्होंने संगठित अपराध के सरगना और माफियाओं को निशाना बनाया। पुलिस मॉडर्नाइजेशन में उनके काम की हमेशा सराहना होती है।
उन्हें जो भी केस दिए जाते हैं। तेजी से निपटाने के लिए जानी जाती हैं। उन्हें विकास दुबे कांड की जांच सौंपी गई थी। इस मामले में उन्होंने वर्दी के पीछे छुपे अपराधियों की पहचान की। सी तरह उन्नाव के खेत में रस्सी से बंधी तीन लड़कियों के मामले की जांच की जिम्मेदारी उन्होंने निभाई। मामला हाथ में लेने के तीन दिनों के भीतर अभियुक्तों को तीन दिनों के भीतर जेल की सलाखों के पीछे भेजने में सफलता हासिल की। डकैतों के सफाए के लिए बेहतर रणनीति के साथ काम करती हैं। उनके साथ काम कर चुके एक अधिकारी का कहना है कि वो अपने अधिकार क्षेत्र में रहने वाली आपराधिक घटनाओं की एक पर्सनल डायरी रखती हैं।
लक्ष्मी सिंह का व्यक्तिगत जीवन
लक्ष्मी सिंह मूल रूप से लखनऊ की रहने वाली हैं। उनकी स्कूलिंग लखनऊ के ही लोरेटो कॉन्वेंट इंटरमीडिएट कॉलेज से हुई है। इसके बाद लखनऊ में इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनिरिंग एंड टेक्नोलॉजी (IET) से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। जिसमें वह गोल्ड मेडलिस्ट रहीं। इसके अलावा समाज शास्त्र से पोस्ट ग्रेजुएशन भी किया है। IPS लक्ष्मी सिंह के पति राजेश्वर सिंह लखनऊ के सरोजनी नगर से बीजेपी विधायक हैं। राजेश्वर सिंह प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी रह चुके हैं।