Manipur Horror: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi Breaks Silence on Manipur Video) ने मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराए जाने की कथित घटना पर दुख जताते हुए गुरुवार को कहा कि यह घटना किसी भी सभ्य समाज को शर्मसार करने वाली है और इससे पूरे देश की बेइज्जती हुई है। संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले, मीडिया को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने देशवासियों को विश्वास दिलाया कि इस मामले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और कानून सख्ती से एक के बाद एक कदम उठाएगा। उन्होंने कहा कि मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ है। इसके दोषियों को कभी माफ नहीं किया जा सकता है।
इस बीच, सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न कर घुमाने का जो वीडियो सामने आया है वो वास्तव में परेशान करने वाला है। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ ने सरकार से कार्रवाई करने को कहा है। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने एक ट्वीट कर बताया कि कल रात करीब 1.30 बजे मुख्य अपराधी को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी की पहचान खुरिएम हीरो दास (Khuriem Hero Das) के रूप में हुई है।
'मेरा ह्रदय पीड़ा और क्रोध से भरा हुआ है'
पीएम मोदी ने कहा कि मैं इस लोकतंत्र के मंदिर के पास खड़ा हूं तब मेरा ह्रदय पीड़ा से भरा हुआ है, क्रोध से भरा हुआ है। मणिपुर की जो घटना सामने आई है वह किसी भी सभ्य समाज को शर्मसार करने वाली है। पाप करने वाले, गुनाह करने वाले कितने हैं, और कौन-कौन हैं, वह अपनी जगह पर है। लेकिन बेइज्जती पूरे देश की हो रही है। 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार होना पड़ रहा है।
प्रधानमंत्री ने सभी मुख्यमंत्रियों से अपने-अपने राज्यों में कानून-व्यवस्था को और मजबूत करने और खासकर महिलाओं की सुरक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि घटना चाहे राजस्थान की ही, घटना चाहे छत्तीसगढ़ की हो, चाहे मणिपुर की हो। इस देश में हिंदुस्तान के किसी भी कोने में किसी भी राज्य सरकार को राजनीतिक वाद-विवाद से ऊपर उठकर कानून व्यवस्था को महत्व देना चाहिए और नारी के सम्मान की रक्षा करनी चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि मैं देशवासियों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। कानून पूरी सख्ती से एक के बाद एक कदम उठाएगा।
महिलाओं को निर्वस्त्र कर कराया परेड
मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने की कथित घटना का वीडियो बुधवार को सामने आने के बाद राज्य के पहाड़ी क्षेत्र में तनाव व्याप्त हो गया। 4 मई के इस वीडियो में दिख रहा है कि कुछ व्यक्ति कुकी समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड करा रहे हैं। इंडिजीनियस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) के एक प्रवक्ता के मुताबिक, घृणित घटना चार मई को कांगपोकपी जिले में हुई है और वीडियो में दिख रहा है कि पुरुष असहाय महिलाओं के साथ लगातार छेड़छाड़ कर रहे हैं और वे (महिलाएं) रो रही हैं तथा उनसे मिन्नतें कर रही हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बता दें कि मणिपुर में करीब दो माह से जातीय हिंसा हो रही है। इस मुद्दे पर पहली बार प्रधानमंत्री ने कुछ बोला है। मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' के आयोजन के बाद झड़पें शुरू हुई थीं। राज्य में तब से अब तक कम से कम 160 लोगों की जान जा चुकी है।