Migraine Headache: आज कल की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में सिर दर्द की समस्या आम हो गई है। वैसे तो इसके कई कारण हो सकते हैं लेकिन तनाव पूर्ण काम के माहौल और लंबे समय तक तनाव के साथ काम करने की स्थिति में बहुत से लोग सिरर्द की समस्या से जूझ रहे हैं। लेकिन जब आधा सिर दर्द करें या आम सिर दर्द के मुकाबले ज्यादा तेज सिरदर्द हो यह गंभीर समस्या बन सकती है। यह माइग्रेन के लक्षण हो सकते हैं। माइग्रेन के समय तेज सिरदर्द के साथ मितली, तेज रोशनी या आवाज के प्रति संवेदनशीलता, धुंधलापन जैसी समस्याएं एक साथ होती है। जब माइग्रेन (Migraine) अटैक होता है तो इसे ठीक करने के लिए हम कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं।
माइग्रेन सिर दर्द कभी कम कभी ज्यादा होता रहता है। माइग्रेन अक्सर युवावस्था में शुरू होता है। 35 से 45 साल के उम्र के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, महिलाएं सबसे ज्यादा माइग्रेन की समस्या से जूझ रही हैं। माइग्रेन से बचने के लिए आप कुछ घरेलू उपाय कर सकते हैं।
बोलने में परेशानी होने लगती है। चक्कर आना लगता है। जी मचलाने की शिकायत आने लगती है। उल्टी की समस्या बढ़ जाती है। स्वभाव में चिड़चिड़ापन आने लगता है। हमेशा गुस्सा बढ़ने लगता है। लो ब्लड प्रेशर की शिकायत आने लगती है। गर्दन में अकड़न होने लगती है। प्याज ज्यादा लगने लगती है। बार-बार पेशाब जाना पड़ता है। कब्ज की शिकायत बढ़ जाती है।
दालचीनी भी माइग्रेन के असहनीय दर्द से राहत दिला सकती है। आप इसे काढे के रुप में या इसके पेस्ट को सिर में लगाकर आराम पा सकते हैं।
रोजाना खूब पानी पीने की आदत डालना चाहिए। अगर आप भरपूर मात्रा में पानी नहीं पीते हैं तो इससे आपके शरीर में डिहाइड्रेशन हो जाता है। इस स्थिति में सिरदर्द हो सकता है। कई रिसर्च के बाद एक्सपर्ट ने यह सुझाव दिया है कि डिहाइड्रेशन गंभीर सिरदर्द का कारण होता है। डिाहइड्रेशन से चिड़चिड़ापन होता है और आपकी एकाग्रता भी प्रभावित होती है। इसलिए, अपने शरीर को डिहाइड्रेशन से बचने के लिए हर दिन खूब पानी पिएं और पानी से भरपूर फल खाने की आदत डालना चाहिए। वहीं मैग्नीशियम की कमी से माइग्रेन का सिरदर्द हो सकता है। ऐसे में आपनी डाइट में मैग्नीशियम रिच फूड्स जरूर शामिल करें।