Credit Cards

मटन और मछलियों की कीमतों में भारी इजाफा, अब 1200 रुपये किलो हुआ रेट, जानें क्या है वजह

बर्ड फ्लू की वजह से चिकन मार्केट धराशायी हो गया है, वहीं मटन-मछली की मांग बढ़ने लगी है। बर्ड फ्लू के कारण इन राज्यों में लोगों की खाने की आदतों में बड़ा बदलाव आया है। चिकन की मांग काफी कम हो गई, जिससे इसकी कीमतें भी गिर गई हैं। वहीं, मटन और मछली की कीमतें ऊपर चली गई हैं

अपडेटेड Feb 24, 2025 पर 4:14 PM
Story continues below Advertisement
मटन और मछलियों की कीमतों में भारी इजाफा

Bird Flu  : तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में हाल ही में फैले बर्ड फ्लू की वजह से चिकन मार्केट धराशायी हो गया है, वहीं मटन-मछली की मांग बढ़ने लगी है। बर्ड फ्लू के कारण इन राज्यों में लोगों की खाने की आदतों में बड़ा बदलाव आया है। चिकन की मांग काफी कम हो गई, जिससे इसकी कीमतें भी गिर गई हैं। वहीं, मटन और मछली जैसे दूसरे प्रोटीन स्रोतों की मांग बढ़ गई, जिससे उनकी कीमतें ऊपर चली गई हैं।

बढ़ गए मटन के दाम

तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में मटन की कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। हैदराबाद में मटन पहले 850 रुपये किलो था, जो अब 1200 रुपये किलो तक पहुंच गया है। करीमनगर में भी मटन की कीमत 800 रुपये से बढ़कर 1000 रुपये किलो हो गई है। व्यापारी गौस के मुताबिक, बर्ड फ्लू की वजह से लोग मटन ज्यादा खरीद रहे हैं, जिससे इसकी मांग बढ़ गई है। पहले उनकी दुकान पर रोजाना 300 किलो मटन बिकता था लेकिन अब यह 500 किलो से ज्यादा हो गया है। अगर यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में मटन 1200 रुपये किलो तक पहुंच सकता है।


माछलियों के भी बढ़ी मांग

वहीं गोदावरी जिले में मटन की कीमतें 800 रुपये किलो से बढ़कर 1000 रुपये से ज्यादा हो गई हैं। मछली के दाम भी बढ़ गए हैं, कई तरह की मछलियाँ 100 रुपये किलो ज्यादा कीमत पर बिक रही हैं। काकीनाडा के एक छोटे व्यापारी ने बताया कि बड़े व्यापारियों ने मांग को देखते हुए दाम बढ़ा दिए हैं और वे सिर्फ बीच में बेचने का काम कर रहे हैं। हैदराबाद में मछली की मांग तेजी से बढ़ गई है। मुशीराबाद मछली बाजार में रविवार को करीब 60 टन मछली बिकी, जबकि आमतौर पर यह 40 टन रहती है। मांग बढ़ने से कीमतें भी बढ़ गई हैं, रवा और बोचा जैसी मछलियों के दाम में 20-40 रुपये प्रति किलो तक इजाफा हुआ है।

चिकन के कीमतों में भारी गिरावट

विशाखापत्तनम में मछली की कीमतों में भारी बढ़ोतरी हुई है। वंजारम और कोनम मछली के दाम 300-400 रुपये किलो से बढ़कर 600-700 रुपये किलो हो गए हैं। अपोलो मछली की कीमत 240 रुपये से बढ़कर 360 रुपये किलो हो गई, जबकि बोचा मछली अब 120 रुपये से बढ़कर 170 रुपये किलो में बिक रही है। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में पोल्ट्री कंपनियां लोगों की गलतफहमियां दूर करने के लिए मुफ्त चिकन मेले आयोजित कर रही हैं। बर्ड फ्लू के चलते चिकन की कीमतें ₹250 से गिरकर ₹100 प्रति किलो हो गई हैं। इन मेलों में लोगों को मुफ्त में चिकन और अंडे दिए जा रहे हैं, ताकि वे निश्चिंत होकर इन्हें खा सकें। राजन्ना सिरसिला जिले में मेला आयोजित करने वाली वेन्कोब चिकन कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि डॉक्टरों के मुताबिक, बर्ड फ्लू मुर्गियों से इंसानों में नहीं फैलता।

बता दें कि तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में बर्ड फ्लू के डर से लोग चिकन कम खरीद रहे हैं लेकिन मटन और मछली की मांग बढ़ गई है, जिससे उनकी कीमतें भी बढ़ गई हैं। पोल्ट्री कंपनियां लोगों को भरोसा दिलाने की कोशिश कर रही हैं, ताकि फिर से चिकन और अंडों की बिक्री बढ़ सके।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।