Nagpur Violence News updates: महाराष्ट्र के नागपुर शहर में सोमवार (17 मार्च) रात को हुई हिंसा के सिलसिले में 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं, मामले में पांच FIR दर्ज की गई हैं। नागपुर के पुलिस कमिश्नर रविंद्र सिंघल ने मंगलवार (18 मार्च) को यह जानकारी दी। वहीं, नागपुर के संरक्षक मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने मंगलवार को कहा कि शहर में हुई हिंसा के दौरान 34 पुलिसकर्मी तथा पांच अन्य लोग घायल हुए हैं। उन्होंने नागपुर एयरपोर्ट पर कहा कि घायलों में से दो को ICU में भर्ती कराया गया है।
बावनकुले सोमवार को हुई घटना के बाद स्थिति की समीक्षा के लिए यहां पहुंचे हैं। अधिकारियों ने बताया कि सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे मध्य नागपुर के चिटनिस पार्क इलाके में तब हिंसा भड़क उठी जब अफवाह फैली कि औरंगजेब की कब्र (छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित) को हटाने की मांग को लेकर एक दक्षिणपंथी संगठन द्वारा किए गए आंदोलन के दौरान एक समुदाय का धर्मग्रंथ जलाया गया है। इस दौरान पुलिस पर पथराव किया गया जिससे छह आम नागरिक और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए।
पुलिस कमिश्नर सिंघल ने पत्रकारों से कहा, "पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है और विभिन्न थानों में पांच FIR दर्ज की गई हैं।" नागपुर के संरक्षक मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि माहौल को खराब करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने विपक्ष से मामले में राजनीति न करने की अपील की।
बावनकुले ने सभी समुदायों के सदस्यों से सौहार्द बनाए रखने की भी अपील की। साथ ही उन्होंने पुलिस कमिश्नर तथा जिलाधिकारी के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा, "माहौल को खराब करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया गया और गृह विभाग की ओर से कोई चूक नहीं हुई, क्योंकि पुलिस हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच (हिंसा के दौरान) ढाल बनकर खड़ी रही, जिसमें कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए।"
बावनकुले ने कहा कि फिलहाल स्थिति थोड़ी तनावपूर्ण है। लेकिन पर्याप्त पुलिस बल तैनात होने के कारण शहर में शांति है। मंत्री ने कहा कि हिंसा के दौरान 45 वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई। उन्होंने सभी समुदायों के सदस्यों से शहर में शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने बताया कि हिंसा के दौरान पुलिस पर पथराव किया गया और 33 से 34 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
इन हिस्सों में कर्फ्यू लगाया गया
औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन के बाद हिंसा भड़कने के चलते नागपुर के कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। पुलिस ने मंगलवार को एक विज्ञप्ति में बताया कि कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकडगंज, पाचपावली, शांति नगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाडा, यशोधरा नगर और कपिल नगर पुलिस थाना क्षेत्र में आने वाले इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है। बयान में कहा गया कि कर्फ्यू के दौरान संबंधित क्षेत्र के पुलिस कमिश्नर आवश्यकतानुसार वाहनों की आवाजाही पर फैसला लेंगे।
पुलिस के अनुसार, पुराने भंडारा रोड के पास हंसपुरी इलाके में रात साढ़े 10 से साढ़े 11 बजे के बीच एक और झड़प हुई। चश्मदीदों के अनुसार, बेकाबू भीड़ ने इलाके में कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया, घरों और एक क्लिनिक में तोड़फोड़ की। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और नागपुर से ताल्लुक रखने वाले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हिंसा के मद्देनजर शांति और सद्भाव की अपील की है।