रूस (Russia) में एक महिला पत्रकार सिर्फ इसलिए पुलिस की जांच के दायरे में आ गई क्योंकि उसने पीली जैकेट पहन रखी थी। जी हां, यह बिल्कुल सच है। एंटोनिडा स्मोलिना (Antonida Smolina) नाम की इस पत्रकार को केवल पीली जैकेट पहनने के कारण पुलिस पूछताछ का सामना करना पड़ा है। दरअसल, एक अज्ञात शख्स ने स्मोलिना पर अपनी पसंद की पोशाक के माध्यम से यूक्रेन को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। शख्स ने दावा किया कि इससे रूसी सेना "बदनाम" हुई है। इस तस्वीर में समुद्र तट पर नीले आकाश के सामने स्मोलिना ने पीले रंग की जैकेट पहनी हुई है।
स्मोलिना ने इस मामले पर क्या कहा?
पश्चिमी रूस के वेलिकि उस्तयुग की पत्रकार स्मोलिना ने कहा, “एक जिला पुलिस अधिकारी मेरे पास आए। उन्होंने कहा कि किसी वैलेरी पी ने मेरे खिलाफ पुलिस को एक बयान लिखा है।" स्मोलिना ने आगे कहा, "मेरी डाउन जैकेट तीन साल पुरानी है, और मेरा वेतन मुझे हर बार नए कपड़े खरीदने की अनुमति नहीं देता है।" उन्होंने कहा, मेरे डाउन जैकेट का रंग, बहुत सख्ती से कहें तो पीला नहीं है, बल्कि 'Crayola' है"
रिपोर्ट के अनुसार स्मोलिना को उसके खिलाफ शिकायत पर फॉर्मल रिस्पॉन्स देने के लिए कहा गया था। स्मोलिना ने कहा, "आपको सावधान रहने की ज़रूरत है क्योंकि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि आपके आस-पास के लोग सामान्य हैं।" उन्होंने लिखा, “वैलेरी पी जिस पोस्ट से बहुत आहत हुईं, उसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन राजनीति मेरे साथी देशवासियों की आत्मा को मार रही है। और यह डरावना है।' पत्रकार ने कहा कि उसने पीली जैकेट पहनना बंद कर दिया है। उन्होंने कहा, "सीजन के कारण मैंने पहले ही अपनी जैकेट बदल ली है। लेकिन जाहिर तौर पर मैंने इसे शिकायत के चलते नहीं बदला है।"
सोशल मीडिया पर यूजर्स ने जताई नाराजगी
इस पूरे मामले पर सोशल मीडिया में यूजर्स ने नाराजगी जताई है। एक यूजर ने कहा कि यह पूरी घटना हैरान कर देने वाली है। उसने लिखा, “ क्या पीले रंग पर बैन है? क्या इंद्रधनुष पर बैन है?" एक अन्य यूजर ने लिखा, “अगला कदम नीले आकाश के सामने पीले सूरज पर बैन लगाना है। यह दुश्मन का प्रतीक है।" इसी तरह एक अन्य यूजर ने लिखा, "अगर किसी को यह पसंद नहीं आया तो जल्द ही आकाश और सूरज के खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा।"