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मीठे से नहीं स्ट्रेस से बढ़ सकता है डायबिटीज का खतरा, ऐसे करें बचाव

Stress: पिछले कुछ दिनों से पूरी दुनिया में डायबिटीज के मरीजों में तेजी से इजाफा हुआ है। अनकंट्रोल स्ट्रेस सेहत के लिए बेहद हानिकारक है। डायबिटीज के मरीजों के लिए यह और भी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है। सिर्फ मीठा खाने से ही डायबिटीज नहीं बढ़ती है। अनजाने में कुछ सामान्य आदतों की वजह से भी ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Mar 26, 2023 पर 3:29 PM
मीठे से नहीं स्ट्रेस से बढ़ सकता है डायबिटीज का खतरा, ऐसे करें बचाव
तनाव चाहे भावनात्मक हो या मानसिक दोनों तरह से नुकसानदेह होता है

Stress: डायबिटीज के मरीजों के लिए हेल्दी ब्लड शुगर लेवल को बनाए रखना बेहद जरूरी है। अगर इसे कंट्रोल नहीं किया जाए तो कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। कई बार लोग आमतौर पर अपने ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) को ध्यान में रखकर फूड्स की लिस्ट बनाते हैं। लेकिन डाइट की वजह से ही डायबिटीज नहीं बढ़ती है। कुछ सामान्य आदतें अनजाने में ही आपके ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित कर सकती हैं। इसमें आपकी लाइफस्टाइल, खाने का तरीका, आपके भोजन का समय और आपके मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) का भी ब्लड शुगर लेवल पर असर पड़ता है। इसमें तनाव यानी स्ट्रेस (Stress) से डायबिटीज और बीपी का खतरा बढ़ सकता है।

वैसे भी तनाव अगर कुछ समय के लिए रहे तो उससे ज्यादा नुकसान नहीं है। अगर तनाव लंबे समय तक रहे तो यह मेंटल हेल्थ के साथ साथ शारीरिक हेल्थ को भी गहरा नुकसान पहुंचा सकता है। जब हम तनाव की मुद्रा में होते हैं तो तनाव वाले हार्मोन रिलीज होने लगते हैं। जिससे इंसुलिन का स्तर गिर जाता है। इस बदलाव से ब्लड शुगर बढ़ने लगती है।

तनाव और डायबिटीज का संबंध

तनाव चाहे भावनात्मक हो या फिर शारीरिक दोनों तरह से नुकसानदेह हो सकता है। भावनात्मक तनाव को हम गुस्सा, घबराहट डर, उत्साह के रूप में महसूस करते हैं। वही दूसरी तरफ शारीरिक तनाव में किसी प्रकार की बीमारी, दर्द या फिर चोट हो सकती है। तनाव की वजह से कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। जिससे इंसुलिन का स्तर गिरने लगता है। इस दौरान शरीर को ऊर्जा की जरूरत पड़ती । लिहाजा तनाव के दौरान एड्रिनल ग्रंथि में ग्लूकोज का लेवल बढ़ जाता है। जिससे ऊर्जा की जरूरत पूरी होती है। हाई ब्लड शुगर लेवल लगातार बने से शारीरिक क्रियाओं में भी कई तरह की रुकावट पैदा होता है। इसके साथ ही ब्लड वेसल्स भी खराब हो जाती हैं।

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