सामान के ट्रांसपोर्टेशन के लिए ट्रक जैसे बड़े वाहनों का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं लंबी दूरी और बड़े सामानों के लिए मालगाड़ी का भी इस्तेमाल किया जाता है। ज्यादातर आपने 6 टायर वाले ट्रक सड़कों पर दौड़ते हुए देखे होंगे। लेकिन आपने कुछ ऐसे ट्रक भी देखे होंगे। जिनमें 6 से ज्यादा टायर होते हैं। ट्रकों में वजन की कैपेसिटी के हिसाब से टायरों की संख्या घटते बढ़ते रहते हैं। आपने ये भी देखा होगा कि कुछ ट्रकों के टायर हवा में टंगे रहते हैं। ऐसे में सवाल ये है कि जब ट्रक में टायर लगाए गए हैं तो फिर हवा में क्यों टंगे रहते हैं?
वहीं दूसरा सवाल ये है कि अगर इन टायरों की जरूरत नहीं है तो फिर हवा में क्यों टंगे रहते हैं? आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं कि इन टायरों का इस्तेमाल क्या है और हवा में क्यों टंगे रहते हैं।
ट्रक के टायर एक्सल से जुड़े होते हैं
इन टायरों को लिफ्ट एक्सल (Lift Axles) या ड्रॉप एक्सल (Drop Axles) कहा जाता है। इन्हें समझने से पहले एक्सल का मतलब समझना होगा। गाड़ियों में दोनों तरफ टायर होते हैं। ये एक रॉड से जुड़े होते हैं। जब ये रॉड घूमता है तभी टायर भी घूमना शुरू कर देते हैँ। इसी रॉड को एक्सल कहा जाता है। यह एक्सल दो पहियों को एकसाथ जोड़ने का काम करता है। साथ ही पहियों को घुमाता भी है। अब आप समझ गए होंगे कि हवा में लटके टायरों को ड्रॉप एक्सल क्यों कहते हैं। जब ट्रक चलाता है। तब ड्राइवर को उन टायरों की जरूरत पड़ती है। तब एक बटन दबाने से वो नीचे आ जाते हैं। बाकी टायरों की तरह ही रोड पर चलने लगते हैं। वहीं जब उनका काम नहीं होता, तो बटन दबाकर उन्हें ऊपर उठा दिया जाता है।
हवा में क्यों रहते हैं टायर?
जब ट्रक में ज्यादा लोड नहीं होता है। तब इन अतिरिक्त पहियों की जरूरत नहीं होती है। लिहाजा एक्स्ट्रा टायर ऊपर उठा दिए जाते हैं। ताकि टायर को खराब होने से बचाया जा सके। वहीं, जब ट्रक फुल लोड होता है। वजन ज्यादा रहता है तब ट्रक के फ्रंट एक्सल पर वजन को कम करने के लिए उन्हें नीचे गिरा दिया जाता है। तब वह दूसरे टायरों के साथ ही जमीन पर चलने लगते हैं। ट्रक का वजन सभी टायरों में बंट जाता है। हवा में उठे इन टायरों को कुछ लोग स्टेपनी समझते हैं। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है।