उत्तर प्रदेश के अयोध्या में चल रहे राम मंदिर निर्माण के लिए आज का दिन काफी अहम है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गर्भगृह का पहला पत्थर रख दिया है। मुख्यमंत्री योगी ने बुधवार सुबह राम मंदिर के गर्भगृह की आधारशिला रखी। इसके साथ ही कई सालों से तराशे जा रहे पत्थरों का आज से इस्तेमाल शुरू हो जाएगा। मुख्यमंत्री योगी ने सबसे पहले अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की।
गर्भगृह का पहला पत्थर रखने के बाद मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज से शिलाओं के रखने का काम तेजी से शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अब वो दिन दूर नहीं है जब मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर अयोध्या धाम में बनकर तैयार हो जाएगा। यह मंदिर भारत का राष्ट्र मंदिर होगा। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में देशभर के करीब 250 संतों और धार्मिक हस्तियों को आमंत्रित किया गया था।
अयोध्या पहुंचे विश्व हिंदू परिषद (VHP) के राजेंद्र सिंह पंकज ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि लगभग 496 वर्षों के बाद आज हमें ये दिन देखने को मिला है। 1994 से जो शिलाएं आज के दिन का इंतजार कर रहीं थी, उनकी साधना आज पूरी हुई है।
अयोध्या में तीन मंजिला राम मंदिर का निर्माण कार्य तय कार्यक्रम के अनुसार चल रहा है। फरवरी 2022 में शुरू हुआ ग्रेनाइट पत्थर के साथ चबूतरे का निर्माण अगस्त 2022 तक पूरा होने की योजना है। चबूतरे के निर्माण में निर्धारित आकार के लगभग 17,000 पत्थरों का उपयोग किया जाएगा। चबूतरे के चरणबद्ध रूप से पूरा होने के साथ, अंतिम ऊपरी स्थल का निर्माण जल्द ही शुरू हो जाएगा।
निचले चबूतरे का काम आज यानी एक जून को शुरू किया जाएगा। योजना के तहत ‘परकोटे’ की नींव का डिजाइन और नक्शा भी तकनीकी जांच के अंतिम चरण में है। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए विभिन्न विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। भगवान राम का मंदिर दिसंबर 2023 तक जनता के लिए खोल दिया जाएगा।