रेल यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। देश के लोग लंबे समय वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं। अब यह इंतजार अगले साल खत्म हो जाएगा। इंडियन रेलवे ने साल 2025-26 तक वंदे भारत स्लीपर ट्रेन शुरू करने की तैयारी की है। इस ट्रेन के जरिए लंबी दूरी का सफर करने वालों को काफी आराम मिलेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंडियन रेलवे अगले साल 10 नई वंदे भारत स्लीपर ट्रेन शुरू करेगा। इन ट्रेनों में विश्व स्तर की सुविधाएं और बेहतर इंटीरियर डिजाइन के साथ लॉन्च किया जाएगा।
इन ट्रेनों को लॉन्च से पहले जरूरी टेस्ट और ट्रायल रन किए जाएंगे।कहा जा रहा है कि इसी महीने से इन ट्रेनों का ट्रायल रन शुरू कर दिया जाएगा। फिर ट्रायल रन पूरा होने के बाद इन ट्रेनों को आम लोगों के लिए शुरू कर दिया जाएगा।
किस रूट पर चलेंगी ट्रेनें?
हाल ही में इन ट्रेनों को बनाने वाली कंपनी बीईएमएल ने पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेनसेट चेन्नई की आईसीएफ को सौंप दी है। हालांकि भारतीय रेलवे ने अभी तक इन स्लीपर ट्रेनों के सटीक रूटों का ऐलान नहीं किया है। लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि पहली कुछ ट्रेनों को प्रमुख शहरों जैसे नई दिल्ली और पुणे या नई दिल्ली और श्रीनगर के बीच चलाया जा सकता है। वंदे भारत स्लीपर कोच का पहला प्रोटोटाइप (prototype) चेन्नई के इंटीग्रेटेड कोच फैक्ट्री (Integrated Coach Factory) के सहयोग से बेंगलुरु में भारत अर्थ मूवर लिमिटेड की ओर डिजाइन और निर्मित किया जा रहा है।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का नया लुक
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को आधुनिक सुविधाओं के साथ तैयार किया जा रहा है। इसका डिजाइन मॉडर्न है। यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इन ट्रेनों में सफर किसी होटल की तरह लग्जरी होगा। वंदे भारत स्लीपर कोच की पूरी बॉडी स्टेनलेस स्टील (stainless steel) से बनी हुई है। ट्रेन की बॉडी सफेद रंग की है। इसमें नारंगी रंग की धारियां हैं। इसकी आंतरिक साज-सज्जा हल्के बेज रंग की होगी और हर सीट पर मोबाइल और लैपटॉप चार्जिंग प्वाइंट लगा होगा। नई ट्रेन में 16 कोच होंगे। जिनमें से 11 एसी-3 टियर होंगे। 4 एसी 2 टियर होंगे और 1 फर्स्ट क्लास एयर कंडीशंड होगा।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के फीचर्स
इसमें ऑटोमेटिक दरवाजे होंगे। जिनमें इंटरकम्युनिकेशन दरवाजे शामिल हैं। ट्रेन में वैक्यूम टॉयलेट्स होंगे। एंबिएंस अच्छा होगा। सॉफ्ट लाइट लगी होंगी। यात्रियों के लिए ऊपरी बर्थ आदि पर चढ़ने के लिए पैसेंजर फ्रेंडली सीढ़ियां लगी होंगी। सीटों के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला फोम और कवर भी बेहतर गुणवत्ता का बनाया गया है। रेलवे अधिकारियों का मानना है कि एक बार अगर किसी ने इस वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में यात्रा कर लिया तो बार-बार इस ट्रेन से यात्रा के लिए मजबूर हो जाएंगे।