Uttarakhand Rainfall: उत्तराखंड में भारी बारिश का प्रकोप जारी है। जिससे कई इलाकों में लैंडस्लाइड्स, जलभराव और बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। राज्य सरकार के आधिकारिक अनुमान के मुताबिक, सूबे में भारी बारिश की वजह से अब तक 52 लोगों की मौत हो गई है। वहीं 37 लोग घायल हो गए हैं। राज्य में कई इलाकों में लैंडस्लाइड की घटनाएं समाने आई हैं। राज्य में आई भारी मानसूनी बारिश की वजह से अब तक करीब 650 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। आने वाले दिनों में यह नुकसान और बढ़ सकता है।
स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट डिपार्टमेंट (State Disaster Management Department) से मिली जानकारी के मुताबिक, भारी बारिश की वजह से अलग-अलग हादसों में 52 लोगों की मौत हो गई है। वहीं 37 लोग घायल हो गए हैँ। इसके साथ ही 19 लोगों के लापता होने की खबर भी सामने आई है।
भारी बारिश से कई इलाकों में SDRF और NDRF की टीमें तैनात
स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट विभाग का कहना है कि मानसून खत्म होने के बाद फौरन एक रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी जाएगी। ताकि आपदा के बाद राहत कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जा सके। इस बीच राज्य के सीएम के निर्देश पर कई जगह SDRF और NDRF की टीमें तैनात कर दी गई हैं। विभाग ने आगे बताया कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों (disaster-hit areas) में दो हेलीकॉप्टर भी स्टैंडबाय (standby) पर रखे गए हैं। वहीं उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग पर तरसाली (Tarsali) के पास लैंड स्लाइड की खबर सामने आई है। इस मलबे की चपेट में एक कार भी आ गई। इस कार में पांच लोग सवार थे, जिनकी दर्दनाक मौत हो गई है। पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। ये सभी लोग केदारनाथ जा रहे थे।
वहीं लैंडस्लाइड के चलते केदारघाटी का जिला मुख्यालय से सम्पर्क कट गया है। जिला और पुलिस प्रशासन ने केदारनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों से अपील की हैं जो यात्री जहां है वहीं पर कुछ दिन तक रहें। प्रशासन के मुताबिक रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड मार्ग को बनने में दो तीन दिन का समय लग सकता हैं। केदरनाथ जाने वाले यात्रियों को रोका जा रहा है।